बाबू राम यादव समेत यूपी की इन 12 विभूतियों को पद्मश्री, देखें पूरी लिस्ट
बाबू राम यादव समेत यूपी की इन 12 विभूतियों को पद्मश्री की घोषणा हुई है। भारत सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कार की घोषणा की है।
भारत सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कार की घोषणा की है। इसमें उत्तर प्रदेश से बाबू राम यादव समेत कुल 12 विभूतियों को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किए जाने का ऐलान किया गया है। पद्म पुरस्कार हर वर्ष मार्च या अप्रैल में राष्ट्रपति द्वारा दिए जाते हैं। ब्रास बाबू के नाम से प्रसिद्ध हैं बाबू राम यूपी के मुरादाबाद के रहने वाले बाबू राम 74 साल के हैं। उन्हें पारंपरिक तकनीकों का उपयोग करके जटिल पीतल की कलाकृतियां बनाने में छह दशकों से अधिक का अनुभव है। विश्व स्तर पर उन्होंने 40 से अधिक प्रदर्शनियों में अपने कार्य का प्रदर्शन किया है। नए कारीगरों खासतौर से कुष्ठ रोगियों को उन्होंने प्रशिक्षण दिया है। लगभग 1000 लोगों को वह अब तक प्रशिक्षण दे चुके हैं। आर्टिसन लाइट संस्था के नाम से वह कारीगर समुदाय की आर्थिक सहायता भी करते हैं। उन्हें ब्रास का बाबू भी कहा जाता है।
डॉ. राम चेत चौधरी ने काला नमक धान को दिया नवजीवन कालानमक धान को नवजीवन देने वाले कृषि वैज्ञानिक ने पद्म सम्मान से गोरखपुर का मान बढ़ाया है। 79 वर्षीय डॉ. रामचेत ने महात्मा बुद्ध के महाप्रसाद को संरक्षित करने के लिए तकरीबन 30 साल तक संघर्ष किया। उनके प्रयास से आज पूर्वांचल के 11 जनपदों में 80 हजार हेक्टेयर में कालानमक धान की पैदावार हो रही है। उन्हें सम्मान की घोषणा से परिवार में जश्न का माहौल है। उन्हें बधाई देने वालों के लगातार फोन आ रहे हैं।
पद्मश्री उर्मिला बोलीं, यह कला और माटी का सम्मान है मिर्जापुर के तेलियागंज निवासी, आर्य कन्या इंटर कॉलेज में संगीत की प्रवक्ता पद से अवकाश प्राप्त प्रख्यात कजरी गायिका उर्मिला श्रीवास्तव को पद्मश्री अवार्ड की घोषणा से जनपद में हर्ष है। 12 वर्ष की उम्र से मोहल्ले के नाग पंचमी के मेले में मिर्जापुरी कजरी सुनकर बड़ी हुईं उर्मिला की कजरी ने खाड़ी देशों में भी खासी पहचान बनाई है। लोकगीत, भोजपुरी, मुख्यत मिर्जापुरी कजरी, देवी गीत, दादरा, कहरवां, पूर्वी, चैती, होली, कजरी, झूमर, खेमटा, बन्नी, सोहर विधा में उन्हें महारत हासिल है।
देश की पहली महिला महावत समेत 110 को पद्म श्री
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों का एलान कर दिया गया है। इस बार भी पद्म अवार्ड की सूची में पहली महिला महावत पारबती बरुआ जिन्हें हाथी की परी कहा जाता है, के साथ कुल 110 ऐसे चेहरों को पद्म श्री पुरस्कार दिया गया है जिनका समाज में योगदान अद्भुत होने के बावजूद ज़्यादातर लोगों की नजर में नहीं आ पाया है। झारखंड के जाशपुर जिले के आदिवासी कल्याण कार्यकर्ता जागेश्वर यादव को भी पद्म श्री सम्मान से नवाजा जाएगा।
छह सैन्यकर्मियों को कीर्ति चक्र
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 80 सैन्यकर्मियों, अर्धसैनिक बलों एवं पुलिसकर्मियों को बहादुरी पुरस्कारों से नवाजा है। इनमें सेना के मेजर दिग्वजय सिंह रावत समेत छह को कीति चक्र, 16 को शौर्य चक्र, 53 को सेना मेडल दिया गया है।
उत्तर प्रदेश से इन विभूतियों को मिलेगा पद्म श्री
1- खलील अहमद- कला
2- नसरीन बानो- कला
3- राम चेत चौधरी- साइंस एंड इंजीनियरिंग
4- डॉ.आरके धीमान- मेडिकल
5- राजाराम जैन- साहित्य
6- गौरव खन्ना- खेल
7- सुरेंद्र मोहन मिश्रा-कला
8- राधेश्याम पारीक- मेडिकल
9- नवजीवन रस्तोगी- लिटरेचर
10- गोदावरी सिंह- कला
11- उर्मिला श्रीवास्तव-कला
12- बाबू राम यादव-कला