सीएम योगी का आदेश, बीसी सखी को प्रशिक्षित कर कार्य स्थल पर तैनात करें अफसर
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बीसी (बिजनेस करेस्पाण्डेन्ट) सखी के रूप में चयनित सभी अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित कर उन्हें कार्य स्थल पर तैनात किया जाए। बीसी सखी के माध्यम से ग्रामीण...
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बीसी (बिजनेस करेस्पाण्डेन्ट) सखी के रूप में चयनित सभी अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित कर उन्हें कार्य स्थल पर तैनात किया जाए। बीसी सखी के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में बैंकिंग सुविधाओं की उपलब्धता से ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी। बीसी सखी के माध्यम से बड़े पैमाने पर महिलाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इससे महिला सशक्तीकरण की दिशा में राज्य सरकार के निरन्तर प्रयासों को नये आयाम मिलेंगे।
मुख्यमंत्री मंगलावर को अपने सरकारी आवास पर बीसी सखी के संबंध में एक प्रस्तुतीकरण का अवलोकन कर रहे थे। प्रस्तुतीकरण अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह द्वारा किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि चयनित बीसी सखी का प्रशिक्षण 15 दिसम्बर 2020 से शुरू होगा। बीसी सखी के चयन में स्वयं सहायता समूह की अध्यक्षा, समूह सखी, स्वयं सहायता समूह की सदस्य-पदाधिकारी को वरीयता प्रदान की गई।
बीसी सखी के लिए प्रथम चरण में 56 हजार 875 आवेदक शार्टलिस्ट किए गए हैं। मुख्यमंत्री को बताया गया कि चयनित बी0सी0 सखी को डेस्कटाप कम्प्यूटर /लैपटाप /पाश मशीन, कार्ड रीडर, फिंगर प्रिन्ट रीडर / इण्टीग्रेटेड इक्विपमेण्ट के लिए 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। बी0सी0 सखी के खाते में यह पैसा स्वयं सहायता समूह द्वारा ब्याज रहित ऋण के रूप में दिया जाएगा। उन्हें 6 माह तक 4 हजार रुपये प्रति माह स्टाइपेण्ड प्रदान किया जाएगा।