कानपुर सेंट्रल पर यात्रियों और रेलवे कर्मियों का मुफ्त होगा इलाज, 24 घंटे उपलब्ध रहेगी प्राइवेट डॉक्टरों की टीम
कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर तबीयत बिगड़ने पर अब अस्पताल में भर्ती नहीं कराना पड़ेगा। प्लेटफॉर्म नंबर एक पर 24 घंटे मुफ्त इलाज होगा। हालांकि केवल उन्हीं यात्रियों का इलाज होगा जो टिकट पर यात्रा कर रहे हैं
उत्तर प्रदेश के कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर तबीयत बिगड़ने पर अब अस्पताल नहीं भागना पड़ेगा। सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर सातों दिन के 24 घंटे इलाज मिलेगा। इसके लिए यात्रियों और कर्मचारियों को पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ेगा। प्राइवेट डॉक्टर ओपीडी चलाएंगे। हालांकि गंभीर रूप से बीमार या जख्मी यात्रियों को नर्सिंग होम में भर्ती होने पर चार्ज देना पड़ेगा। प्लेटफॉर्म नंबर एक पर जीआरपी थाने के बगल में ओपीडी खुलेगी।
यदि यह प्रयास सफल रहता है दो दूसरे स्टेशनों पर भी इसे शुरू किया जाएगा। रेलवे अफसरों ने बताया कि टिकटधारी यात्रियों को ही इलाज मिलेगा। इस सुविधा में रेलवे स्टाफ भी शामिल है। एसीएम कानपुर सेंट्रल संतोष त्रिपाठी के मुताबिक प्राइवेट ओपीडी खोलने पर सहमति बन चुकी है। सर्वे भी कराया जा चुका है, जल्द ही सुविधा शुरू हो जाएगी। इसका फायदा यह होगा कि यात्रियों को समय पर इलाज मिलेगा। लोको अस्पताल से डाक्टरों की टीम के आने पर कुछ तो देरी होती ही है।
कैंप लगाकर रेलवे के रिटायर कर्मचारियों के बने थे उम्मीद कार्ड
आजादी के अमृत महोत्सव पर रेलवे के रिटायर्ड और सेवारत कर्मचारियों को नायाब तोहफा मिला था। कानपुर के रेलकर्मी देश भर में विभाग के अधिकृत अस्पतालों में अपना इलाज करा सकेंगे। इसके लिए उन्हें अब न ही लोको अस्पताल के डॉक्टरों के रेफर की जरूरत होगी और न ही जिले में भर्ती होकर इलाज कराने की बाध्यता होगी। इसके लिए सेट्रल स्टेशन पर कैंप लगा कर्मचारियों का उम्मीद कार्ड बनाया गया था।