BRD Medical College: ऑनलाइन और ऑफलाइन होगी पढ़ाई, तीन बैच में होगा प्रैक्टिकल
बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर अब एक और नई चुनौती के लिए तैयार हो रहा है। मेडिकल कॉलेज में आज से विधिवत पढ़ाई शुरू हो गई है। कोरोना संक्रमण के खौफ के बीच ऑनलाइन व ऑफलाइन पढ़ाई शुरू हुई है। छात्रों को...
बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर अब एक और नई चुनौती के लिए तैयार हो रहा है। मेडिकल कॉलेज में आज से विधिवत पढ़ाई शुरू हो गई है। कोरोना संक्रमण के खौफ के बीच ऑनलाइन व ऑफलाइन पढ़ाई शुरू हुई है। छात्रों को तीन सेक्शन में बांटकर प्रैक्टिकल कराया जाएगा। लेक्चर थिएटर के साथ ही ऑडिटोरियम में भी क्लास चलेगी। जिससे कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन हो सके।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के 150 छात्रों का बैच है। नए सत्र के छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया अंतिम चरण में है। अगले 10 दिनों में नए सत्र के छात्र कैंपस में आ जाएंगे। मार्च से ही मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई ठप है। ज्यादातर छात्र घर चले गए थे। कॉलेज प्रशासन ने अब छात्रों को तलब कर लिया है। छात्र हॉस्टल में रह रहे हैं।
ऑफलाइन कक्षाओं के संचालन का दिया आदेश
शासन ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने का आदेश दे दिया है। इसको लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का भी आदेश आ गया है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि अलग-अलग बैच के करीब 600 छात्र एमबीबीएस में इस समय पढ़ाई कर रहे हैं। छात्रों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो, उन्हें कोरोना से बचाया जा सके। इसके लिए कई अहम कदम उठाए गए हैं।
अलग-अलग बैच में बुलाए जाएंगे छात्र
सभी छात्रों को एक साथ कक्षाओं में नहीं बुलाया जाएगा। छात्रों के हर बैच को तीन सेक्शन में बांटा जा रहा है। हर सेक्शन में 50-50 छात्र होंगे। एक सेक्शन की ऑनलाइन कक्षाएं चलेंगी, तो दूसरे की ऑफलाइन। प्रैक्टिकल में के लिए भी छात्रों को अलग-अलग ग्रुप में बांट कर अलग-अलग समय पर बुलाया जाएगा। क्लास व प्रैक्टिकल के बीच सामन्जस्य के लिए माइक्रो-प्लान तैयार किया जा रहा है।
कोविड वार्ड में नहीं होगी छात्रों की एंट्री
उन्होंने बताया कि छात्रों को कोरोना से बचाने के लिए कोविड वार्ड की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। तबीयत खराब होने पर हर छात्र की आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी। सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। पढ़ाई के दौरान भी छात्र व शिक्षक के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होगा।
शिक्षकों पर बढ़ेगा दबाव
उन्होंने बताया कि अब शिक्षकों पर दबाव बढ़ गया है। उन्हें ओपीडी, कोविड वार्ड, सामान्य वार्ड, इमरजेंसी और ऑफलाइन व ऑनलाइन क्लास जैसे पांच चुनौतियों से जूझना है। इसके लिए शिक्षकों को तैयार किया गया है। सभी के साथ बैठक कर ली गई है।