लेके पीडीए का नाम..., राजभर का अखिलेश पर हमला; बोले- वो दिल्ली क्या जाएंगे, अब यूपी बहुत दूर है
सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अखिलेश ने पांच साल सीएम रहते पिछड़े, दलित, पिछड़ों, अगड़ों को याद नहीं किया।
Omprakash Rajbhar on Akhilesh Yadav: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला है। शायराना अंदाज में अखिलेश के पीडीए फॉमूला पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, 'लेके पीडीए का नाम, लूटा हक पिछड़ों का।' राजभर ने आरोप लगाया कि अखिलेश ने अपने शासनकाल में पिछड़े वर्ग में शामिल अन्य समुदायों का लाभ अपने समुदाय को दिलाया।
एक निजी चैनल से बात करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा- 'कार्यकारिणी की इस बैठक में वे जीतने का नहीं पिछड़े, दलित, अल्संख्यकों का हक लूटने का मंत्र देंगे। पांच साल लगातार अखिलेश जी मुख्यमंत्री थे तब उनको पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक और सामान्य वर्ग के लोग याद नहीं आए। यह जो बैठक हो रही है वो पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक का हक कैसे लूटा जाए इसके लिए हो रही है।'
सुभासपा अध्यक्ष यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा- 'वह पीडीए की बात करते हैं लेकिन हमें वो गाना याद आता है कि लेके नाम पीडीए का, लूटा हक पिछड़ों का। उन्होंने 27% समुदायों का सारा लाभ केवल अपने समुदाय को दिया। और अब फिर से उन्हें छीनने की योजना बना रहे हैं अधिकार... उनके पास कोई ताकत नहीं है। वे दिल्ली क्या जाएंगे, अब यूपी ही बहुत दूर है।'
अखिलेश ने मिशन-2024 में झोंकी ताकत
उधर, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी पूरी ताकत अब मिशन-2024 में झोंक दी है। बुधवार को उन्होंने समाजवादी पार्टी प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाई। इस बैठक के मुख्य एजेंडे में लोकसभा चुनाव, पीडीए की रणनीति और इंडिया गठबंधन जैसे मुद्दे सबसे ऊपर रहे। इधर, समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं।
हाल में अखिलेश ने लखनऊ में खुद पीडीए साइकिल यात्रा की अगुवाई की। इस यात्रा से पहले अखिलेश ने पीडीए को नए सिरे से परिभाषित करते हुए इसमें पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक के साथ अगड़ा, आदिवासी और आधी आबादी को भी जोड़ दिया था। अखिलेश कार्यकर्ताओं से जनता के बीच जाने और जनहित के मुद्दों को उठाने का आह्वान कर रहे हैं।