दोहराई ‘दृश्यम’, कारोबारी की पत्नी की हत्या कर DM कंपाउंड से सटे आफिसर्स क्लब में गाड़ दी लाश
- ट्रेनर की निशानदेही पर पुलिस ने अपहृत महिला का शव डीएम कंपाउंड से सटे ऑफिसर्स क्लब में खुदाई के बाद बरामद कर लिया। परिसर डीएम के आवास से सटा है। करीब ही पुलिस लाइन और जेल भी है। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा में करीब दो घंटे की खुदाई के बाद कंकाल हो चुका शव बरामद किया।
Body buried in Kanpur Officers Club after Murder: कानपुर में एक जिम ट्रेनर ने फिल्म ‘दृश्यम’ की पटकथा दोहरा दी। शनिवार को पुलिस के हत्थे चढ़े ट्रेनर की निशानदेही पर पुलिस ने 24 जून को अपहृत महिला का शव डीएम कंपाउंड से सटे ऑफिसर्स क्लब में खुदाई के बाद बरामद कर लिया। परिसर डीएम के आवास से सटा है। करीब ही पुलिस लाइन और जेल भी है। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा में करीब दो घंटे की खुदाई के बाद कंकाल हो चुका शव बरामद किया। जिम ट्रेनर विमल सोनी को गिरफ्तार कर लिया गया है। शव की पहचान मृतका के परिजनों द्वारा की गयी है। देर रात पंचनामा के बाद शव पोस्टमार्टम को भेजा जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक कोतवाली में दर्ज अपहरण के इस मामले का खुलासा हो गया है। विमल सोनी पुत्र रामसेवक निवासी 85/65 शक्कर मिल, खलवा, थाना रायपुरवा से दो दिन तक पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ है। सिविल लाइंस के शेयर कारोबारी राहुल गुप्ता की 32 वर्षीय पत्नी एकता 24 जून को लापता हो गई थी। छह महीने से ग्रीन पार्क के जिम में व्यायाम करने जाती थी। उसके गायब होने के बाद पति ने जिम ट्रेनर विमल सोनी के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तब से पुलिस तलाश कर रही थी, लेकिन न एकता का सुराग मिला न विमल सोनी मिला।
सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को विमल कोतवाली पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पूरी रात हुई पूछताछ में उसने पुलिस को खूब गुमराह किया। कभी कहा, एकता कश्मीर में है, कभी पंजाब में फैक्ट्री में काम करने की बात कही। शनिवार सुबह उसने सुर बदले और कहा कि मैंने एकता को मार कर गंगा में फेंक दिया था। पुलिस उसे लेकर अटल घाट से बाबा घाट तक भटकती रही लेकिन हर बार उसके बयान तस्दीक नहीं हुए।
कपड़ों और बालों से पति ने की एकता की शिनाख्त
डीएम आवास से सटे ऑफिसर्स क्लब परिसर में रात 1030 बजे कई थानों की भारी-भरकम फोर्स की मौजूदगी में खुदाई कराई गई। रात 1245 बजे पुलिस ने एकता का शव मिलने और विमल की गिरफ्तारी की तस्दीक की है। शव की शिनाख्त कपड़ों और बालों से की गई। पति राहुल गुप्ता विचलित होकर कहता रहा कि पुलिस ने कार्रवाई में देरी की वरना एकता को जिंदा बरामद किया जा सकता था।
जिम ट्रेनर विमल बोला-मारकर दफना दिया है शव
अंतत देर रात विमल ने सनसनीखेज दावा कर दिया। उसने कहा कि एकता को मार कर ऑफिसर्स क्लब की जमीन में दफना दिया था। यह सूचना अफसरों को दी गई तो हड़कंप मच गया। पुलिस और प्रशासन के बड़े अफसरों से वार्ता के बाद गोपनीय तरीके से इस परिसर की खुदाई का निर्णय हुआ।
घाट-घाट घुमाकर गुमराह करता रहा फिर बरामद कराया कंकाल
जून से पुलिस विमल सोनी और एकता की तलाश कर रही थी। दोनों के फोन तबसे ही बंद थे। हजारों सीसी कैमरे खंगालने के बाद भी दोनों का सुराग नहीं लग रहा था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को विमल सोनी एक सूचना के आधार पर पकड़ कर लाया गया। उससे पुलिस ने लंबी पूछताछ की। चार-पांच घंटे तक वह खुद को निर्दोष बताते हुए एकता के बारे में कुछ भी जानने से इनकार करता रहा। शुक्रवार देर रात उसने कहा कि एकता की हत्या कर उसे गंगा में फेंक दिया था। इस पर पुलिस उसे लेकर रात में ही अटल घाट पहुंची। जहां विमल ने एक स्थान दिखाया लेकिन उसके बयानों की पूरी कड़ी नहीं जुड़ी। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो वह टीम को र्भैरोघाट, सरसइया घाट, बाबा घाट आदि भी लेकर गया। हर कहीं उसकी बातें विरोधाभासी निकलीं। अंतत शनिवार शाम वह टूट गया और उसने एकता की लाश एक सरकारी परिसर में स्थित क्लब में दफनाने का दावा कर दिया।
यह सुन पुलिस के होश उड़ गए। उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई। देर तक अफसरों ने परिसर की खुदाई की अनुमति दी। यह डीएम आवास से सटा ऑफिसर्स क्लब परिसर है। भारी-भरकम फोर्स की मौजूदगी में खुदाई कराई गई। देर रात खुदाई में कुछ सड़े-गले मानव अंग मिले। कुछ ही देर में पूरा कंकाल बाहर आ गया। परिजनों ने उसके एकता का शव होने की तस्दीक की है।
सूत्रों के मुताबिक विमल सोनी का ऑफिसर्स क्लब में खूब आना-जाना था। 2010 में वह क्लब में अफसरों के साथ खेलता था। उन्हें एक्सरसाइज के टिप्स भी देता था। कई अफसरों का वह करीबी था। 2019 में उसका चयन ग्रीन पार्क में ट्रेनर के रूप में हो गया। फिर उसका क्लब जाना कम हो गया। अब सबसे बड़ा सवाल यह कि वह शव लेकर इस सुरक्षित स्थान तक कैसे पहुंच गया? अगर पहुंचा भी तो वह दफनाने में कामयाब कैसे हुआ? हालांकि इन सवालों के जवाब तभी मिलेंगे, जब पुलिस की जांच पूरी हो जाए।
एकता के खाते में थे 55 लाख रुपये
एकता की हत्या की वजह क्या थी? इसके पीछे प्रेम प्रसंग, लालच या कुछ और था? अभी यह साफ नहीं है पर परिवार के सूत्रों के मुताबिक एकता के खाते में 55 लाख रुपये थे। उसके पास सवा करोड़ रुपये से ज्यादा के जेवरात थे, जो उसके साथ ही लापता हो गए। संभावना जताई जा रही है कि विमल सोनी ने ही हत्या से पहले यह रकम हड़प ली।
प्यार और साजिश के बीच चार महीने तक झूली पुलिस
चार महीने तक पुलिस प्यार और साजिश के बीच झूलती रही। परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई तो पुलिस ने भी शुरुआती जांच-पड़ताल की। पता चला कि विमल और एकता एक दूसरे को अच्छी तरह जानते हैं। जिम में विमल एकता को एक्सरसाइज कराता रहा है। ऐसे में सबसे बड़ा शक दोनों के बीच रिश्तों का था। इसी गफलत में सुस्ती हुई और मामला ठंडा पड़ गया। शुरू से ही इसे अपहरण के सनसनीखेज केस की तरह नहीं लिया गया। खुलासा होने पर तस्वीर साफ हुई कि यह मामला प्यार नहीं साजिश और कत्ल का था।
एकता 24 जून को गायब हुई थी। 26 अक्टूबर की देर रात उसका शव बरामद हुआ है। इन चार महीने दो दिन में यह माना जा रहा था कि एकता खुद ही विमल के साथ चली गई। कोई नहीं जानता कि वास्तव में क्या हुआ लेकिन खुलासे के बाद यह तय है कि विमल ने ही सारी साजिश रची। या तो वह गुमराह करके कत्ल के इरादे से ही एकता को ले गया या फिर पहले उसका इरादा कुछ और था लेकिन बाद में बदल गया। कोई मतभेद हुआ या विरोध, उसके लिए एक तजा ही खतरा बन गई। दबी जुबान एकता के पति और उनके करीबियों ने कहा कि पुलिस से जो संभव था किया तो लेकिन और तेजी दिखाई होती तो वह जिंदा मिलती।