मोबाइल मैकेनिक ने महिला आयोग को भेज दिए प्रोफेसर के अश्लील वीडियो और ऑडियो क्लिप, DDU पहुंची जांच टीम
दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर के अश्लील वीडियो और ऑडियो क्लिप पर जांच बैठ गई है। राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने मंगलवार को डीडीयू में पहुंचकर इस मामले की जांच की।
DDU Professor Embarrassing Video: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि (डीडीयू) के एक प्रोफेसर के अश्लील वीडियो और ऑडियो क्लिप पर जांच बैठ गई है। राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने मंगलवार को डीडीयू में पहुंचकर इस मामले की जांच की। डीडीयू प्रशासन को 30 दिनों में अंतरिम और 90 दिनों में विस्तृत रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया है।
वरिष्ठ प्रोफेसर की विश्वविद्यालय प्रशासन और राष्ट्रीय महिला आयोग से कुछ दिन पहले शिकायत की गई थी। शिकायतकर्ता ने साक्ष्यों संग भेजे पत्र में खुद को मोबाइल मकैनिक बताया है। बतौर शिकायतकर्ता उसके पास एक मोबाइल फोन बनने के लिए आया था। उस मोबाइल के स्टोर और चिप में अनेक अश्लील ऑडियो और वीडियो पड़े हुए थे। वीडियो में दिख रहा व्यक्ति डीडीयू के एक विभाग का अध्यक्ष और प्रोफेसर है। वीडियो में दिख रही युवती अक्सर उस विभाग में रहती है। जबकि न तो वह छात्रा है और न ही कर्मचारी। उस व्यक्ति का वीडियो और आडियो सुनकर वह हैरान रह गया, जिसके बाद उसने शिकायत की।
बताते हैं कि उसने डीडीयू प्रशासन को भी चिप में वह सारा रिकॉर्ड भेजकर शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके बाद उसने राष्ट्रीय महिला आयोग से शिकायत की। इसपर एनसीडब्ल्यू सदस्य डेलिना खोंगडुप की अध्यक्षता में जांच समिति डीडीयू पहुंची।
दो महीने पूर्व भी कई शिक्षकों पर लगे थे आरोप
डीडीयू की एक पूर्व छात्रा ने मई में फेसबुक के माध्यम से एक ही विभाग के कई शिक्षकों पर शोषण के गंभीर आरोप लगाए थे। उस पर जांच समिति भी गठित की गई। हालांकि कुछ दिनों बाद वह मामला ठंडा पड़ गया। जिस फेसबुक आईडी से लगातार पोस्ट कर आरोप लगाए जा रहे थे, अब वह आईडी बंद दिख रही है।
जांच टीम आने की सूचना पर हरकत में आया डीडीयू
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयू) के एक प्रोफेसर के अश्लील वीडियो व आडियो क्लिप पर जांच बैठ गई है। बताते हैं कि राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम द्वारा 25 जुलाई को इस मामले की जांच के लिए आने की सूचना के बाद डीडीयू प्रशासन हरकत में आया। आनन-फानन में 24 जुलाई को पूरे मामले की पड़ताल की गई।
बताते हैं कि राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने गोरखपुर विश्वविद्यालय की महिला शिकायत प्रकोष्ठ के साथ करीब सुबह 10 बजे मीटिंग शुरू की। इस पूरे मामले पर दिल्ली से आई महिला आयोग की टीम ने करीब ढाई घंटे से अधिक समय तक जानकारी जुटाई।
इसके साथ ही विश्वविद्यालय की महिला शिकायत प्रकोष्ठ को गंभीरता से इस मामले की जांच का आदेश दिया गया। आयोग की टीम ने मामले की जांच को लेकर शिथिलता पर सवाल भी उठाए। उसके बाद टीम विभाग में भी गई। वहां की महिला शिक्षकों से इस सम्बंध में काफी देर तक बातचीत कर जानकारी जुटाई। विश्वविद्यालय प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
ऑडियो में प्रेम त्रिकोण
सूत्रों के मुताबिक जो ऑडियो और वीडियो साक्ष्य के रूप में शिकायतकर्ता ने भेजी है, वे बेहद गंभीर हैं। हालांकि शिकायतकर्ता सामने नहीं आया है। शिकायतकर्ता कौन है, यह भी पता नहीं चल पाया है। कई आडियो क्लिप को सुनने से पता चलता है कि इस मामले में बाहरी प्रेम त्रिकोण है। दो से अधिक लड़कियों से सम्बंध की चर्चा है।
साजिश करने का आरोप
आरोपी प्रोफेसर का कहना है कि मेरा कई साल पुराना निजी कंटेंट मेरे मोबाइल से निकालकर शिकायत की गई। मुझे बदनाम करने के लिए फेक नाम से यह शिकायत की गई है। एनसीडब्ल्यू की टीम ने मुझसे किसी प्रकार की कोई पूछताछ नहीं की है।