अब ऑनलाइन मंजूर हो जाएंगे उद्योगों के नक्शे, गोरखपुर में तैयार हुआ ये पोर्टल; मिलेंगी कई और सुविधाएं
गीडा खुद को लैंड बैंक, सुविधाओं के मामले में ही नहीं तकनीक के प्लेटफार्म पर दक्ष साबित करने की कोशिश में है। ‘गीडा सेवा’ नाम से तैयार हो रहे पोर्टल के जरिये अब उद्योगों का मानचित्र ऑनलाइन मंजूर होगा।
Industries map will be approved online: गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) खुद को लैंड बैंक, सुविधाओं के मामले में ही नहीं तकनीक के प्लेटफार्म पर दक्ष साबित करने की कोशिश में है। ‘गीडा सेवा’ नाम से तैयार हो रहे पोर्टल के जरिये अब उद्योगों का मानचित्र ऑनलाइन मंजूर होगा। बैंकों की किस्त या किसी भी प्रकार के पेमेंट के लिए उद्यमियों को बैंक जाने की जरूरत नहीं होगी।
गीडा दिवस को लेकर अधिकारियों ने हाईटेक गीडा सेवा पोर्टल तैयार कराया है। इसका शुभारंभ सीएम योगी आदित्यनाथ के हाथों 30 नवम्बर को हो सकता है। इसके शुरू होने से उद्यमियों को अब जरूरी कार्य कराने एवं समस्याओं के समाधान के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। इस पोर्टल पर सभी जरूरी काम होंगे। पोर्टल का काम लगभग पूरा हो चुका है। इसपर आवंटी भूखंड के सापेक्ष प्रीमियम, लीज रेंट, रख-रखाव शुल्क के मद में आनलाइन भुगतान कर सकेंगे।
इसी पोर्टल के माध्यम से मानचित्र के लिए ऑनलाइन आवेदन भी किया जा सकेगा। गीडा के विभिन्न सेक्टरों में आने वाली समस्याओं को इस पोर्टल पर दर्ज किया जा सकेगा और निर्धारित समय सीमा में उसका निस्तारण किया जाएगा। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष आरएन सिंह ने बताया कि गीडा सीईओ ने पोर्टल को लेकर जो जानकारी दी है, वैसा काम हुआ तो उद्यमियों को बड़ी राहत मिलने वाली है।
सर्वाधिक दिक्कत मानचित्र मंजूरी को लेकर होती है। अब उद्यमी आपत्तियों का ऑनलाइन ही निस्तारण कर सकते हैं। इसके साथ ही भूखंड की किस्त से लेकर अन्य सभी प्रकार के पेमेंट वेबसाइट पर दिये गए लिंक के जरिये हो सकेगा। इससे बेवजह की भागदौड़ और भ्रष्टाचार की संभावना खत्म होगी।
सीईओ बोले
गीडा की सीईओ अनुज मलिक ने कहा कि गीडा सेवा पोर्टल लगभग तैयार हो चुका है। यह काफी हाईटेक है। उद्यमियों की हर समस्याओं का आंकलन करते हुए पोर्टल को डिजाइन कराया गया है। अब देश के प्रमुख औद्योगिक प्राघिकरण की तर्ज पर हर कसौटी पर तैयार कर रहे हैं।