यूपी में आपदा के लिए भी अब डायल करें 112 नंबर पर, मिलेगी मदद
यूपी में लोगों को अब किसी भी आपदा पर अलग-अलग नंबर नहीं डायल करना पड़ेगा। उसे सिर्फ 112 नंबर डायल कर मदद मांगनी होगी। इसके लिए राहत हेल्प लाइन नंबर 1070 को इससे जोड़ा जाएगा।
प्रदेश के लोगों को अब किसी भी आपदा पर अलग-अलग नंबर नहीं डायल करना पड़ेगा। उसे सिर्फ 112 नंबर डायल कर मदद मांगनी होगी। इसके लिए राहत हेल्प लाइन नंबर 1070 को इससे जोड़ा जाएगा। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में बुधवार को राज्य आपदा मोचक निधि की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला हुआ। बैठक में 2273 करोड़ के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इसमें अब तक 198 करोड़ रुपये विभिन्न मदों में खर्च किया जा चुका है।
राहत आयुक्त प्रभु एन सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम के दूसरे चरण में सभी जिलों के 3750 स्कूलों में शिक्षकों व छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस पर 7.50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण योजना के दूसरे चरण में 56 जिलों के 2800 गांवों में पंचायत कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अयोध्या में डूबने से बचाव के उपाय
उन्होंने बताया कि अयोध्या में सरयू नदी के कुछ भाग अति संवेदनशील है। इसमें डूब कर लोगों की मौत होने की अधिक घटनाएं होती हैं। इसलिए इन जनहानियों को रोकने के लिए ड्राइविंग रिस्क रिडक्शन प्लान तैयार किया गया है। खतरे के संवेदनशील भागों को घेरा जाएगा। इसमें ड्राउनिंग रोकने के लिए फ्लोटिंग बैरियर बनाया जाएगा। राहत व खोज बचाव के लिए उपकरण लिए जाएंगे। सेफ्टी नेट की व्यवस्था की जाएगी।
किसानों को पल-पल मौसम की जानकारी
राज्य सरकार किसानों को राहत देने के लिए अब पल-पल मौसम की जानकारी की व्यवस्था करने जा रही है। प्रदेश के 351 तहसीलों, 75 जिला मुख्यालयों और 18 मंडल मुख्यालयों पर डिजिटल साइनेज लगाए जाएंगे। पहले चरण में 444 डिजिटल साइनेज खरीद को मंजूरी मिल गई है। इसे राहत आयुक्त कार्यालय में बने कमांड कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा और क्षेत्रवार मौसम की इस पर पल-पल जानकारी दी जाएगी। इस पर 8.88 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके साथ ही ब्लाक स्तर पर मौसम संबंधी पूर्वानुमान मजबूत करने के लिए सिस्टम विकसित किया जाएगा।
वन जीव व वज्रपात से बचाव की व्यवस्था
राहत आयुक्त ने बताया कि सरकार ने 349 करोड़ रुपये दिए हैं। इसमें दुधवा टाइगर रिर्जव, कतर्नियाघाट और टाइगजर रिजर्व में हिंसक वन्य जीवों से बचाव के उपाय किए जाएंगे। मानव व वन्य जीवों में हो रही संघर्ष की घटनाओं को देखते हुए इसे रोकने के लिए इन तीनों स्थानों पर फेंसिंग का काम कराया जाएगा। इसके साथ ही प्रयागराज, ललितपुर और मिर्जापुर में लाइटिंग अर्ली वार्निंग सिस्टम लगाया जाएगा। ये तीनों जिले इसके लिए अंति संवेदनशील हैं।
अग्निकांड भी राहत में शामिल
राज्य सरकार ने अग्निकांड को भी राहत में शामिल कर लिया है। इसलिए फायर विभाग को अग्निकांड से बचाव के लिए सामग्री खरीदने के लिए पैसा देगा। इसमें 75 फॉयर फाइटिंग ड्रोन, इतने ही फायर क्विक रिस्पांस व्हिकिल, 30 आरटी कुलेटिंग वाटर टॉवर, 135 इमरजेंसी फायर इंजन मोटर बाइक और 18 रेस्क्यू टूल किट सेट खरीदने के लिए 96 करोड़ रुपये देने का फैसला हुआ है।