विधानसभा में अब 404 सीटें लगीं, एमएलसी मंत्रियों के लिए 15 और लगाई जाएंगी सीटें
18वीं विधानसभा का पहला सत्र मई में प्रस्तावित है। अब यहां का नजारा काफी कुछ बदलने जा रहा है। कुछ समय पहले तक यहां 403 विधायकों के लिए केवल 379 सीट ही लगी थीं। अब सीटें और बढ़ा दी गई हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के मंडप में अब सभी विधायक एक साथ बैठ सकेंगे। 403 सदस्यों के सदन में 404 सीटें लगा दी गई हैं। एक सीट महाधिवक्ता के बैठने के लिए लगाई गई है। अब इसके अलावा 15 और सीटें जल्द लगाई जाएंगी। इसमे वे मंत्री बैठेंगे, जो वर्तमान में एमएलसी हैं। 18वीं विधानसभा का पहला सत्र मई के दूसरे या तीसरे हफ्ते से प्रस्तावित है। अब यहां का नजारा काफी कुछ बदलने जा रहा है।
कुछ समय पहले तक यहां 403 विधायकों के लिए केवल 379 सीट ही लगी थीं। अब सीटें और बढ़ा दी गईं हैं। इस बार सभी विधायकों की सीट उनके नाम से तय होगी। जो ज्यादा बार जीत कर आएगा वह आगे बैठेगा। पहली बार के विधायक पीछे बैठेंगे। हर विधायक की सीट के आगे उसका नाम अंकित होगा।
जल्द विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना सभी दलों के दलीय नेताओं से उनके विधायकों के अनुभव के बारे में जानकारी मांगेंगे। दल ही बताएगा कि उनका विधायक कितनी बार जीता है या पूर्व में मंत्री रहा है। सतीश महाना ने मंगलवार को विधानसभा मंडप में चल रही तैयारियों का मुआयना किया।
उन्होंने विपक्ष के विधायकों से भी राय मांगी। विधानसभा अध्यक्ष का कहना है कि पहले सत्र से ही इसमें ई-विधान की व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। सारी व्यवस्था आनलाइन रहेगी। तकनीक के प्रयोग से सदन का संचालन और आसानी से होगा साथ ही पेपरलेस विधानसभा की ओर भी यह बड़ा कदम होगा। उन्होंने सभी विधायकों को उनके नाम से पत्र लिख कर ई विधान लागू करने के संबंध में अवगत कराया है।