नई कुलपति ने आते ही खुशनुमा बनाया डीडीयू का माहौल, तीन महीने की सैलरी जारी; सबके लिए खुलवाया VIP गेट
नई VC प्रो.पूनम टंडन ने आते ही इन चर्चाओं से इतर विश्वविद्यालय के माहौल को खुशनुमा बनाने की शुरुआत कर दी है। उन्होंने आते ही आउटसोर्सिंग कर्मचारियों, सफाईकर्मियों के 3 महीने की सैलरी जारी करा दी।
Gorakhpur University New VC: हाल ही में गोरखपुर विश्वविद्यालय में कुलपति और चीफ प्रॉक्टर की भिड़ंत की खबरों और तस्वीरों ने देश भर में लोगों का ध्यान खींचा था। इस घटना के बाद विश्वविद्यालय में पिछले दो-तीन सालों से जारी समस्याओं की चर्चा हर तरफ होने लगी थी। नई कुलपति प्रो.पूनम टंडन ने आते ही इन चर्चाओं से इतर विश्वविद्यालय के माहौल को खुशनुमा बनाने की शुरुआत कर दी है। उन्होंने आते ही आउटसोर्सिंग कर्मचारियों और सफाईकर्मियों के तीन महीने का वेतन जारी करा दिया। वीआईपी कल्चर का प्रतीक बने गेट को सबके लिए खुलवा दिया और साथ ही एक व्यक्ति-एक पद के फॉर्मूले का उल्लेख करते हुए कई-कई प्रशासनिक दायित्व संभाल रहे शिक्षकों के बीच अपने इरादे भी साफ कर दिए।
अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में एक-एक शिक्षक के पास दर्जनों प्रशासनिक पद होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह एक व्यक्ति, एक पद में विश्वास करती हैं। प्रशासनिक कार्यों का बोझ इतना नहीं होना चाहिए कि वे अपने मूल दायित्व शिक्षण कार्य का निर्वहन न कर सकें। डीडीयू में प्रो. अजय सिंह व प्रो. विनय सिंह के पास दर्जन-दर्जन भर पद हैं। इनके अलावा भी चुनिंदा शिक्षक हैं, जिनके पास तीन-चार प्रशासनिक पद हैं।
वीआईपी कल्चर खत्म, सबके लिए खुला द्वार
गोरखपुर विवि में पिछले तीन वर्षों से वीआईपी कल्चर का प्रतीक रहा प्रशासनिक भवन का उत्तरी गेट मंगलवार को सभी के लिए खोल दिया गया। कुलपति ने खुद गेट पर पहुंचकर कार्यालय समय में गेट खुला रहने का निर्देश दिया। भवन के सामने लगा बैरियर भी हटा दिया गया।
आउटसोर्सिंगकर्मियों को राहत
कुलपति ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों और सफाईकर्मियों के तीन महीने का वेतन पहले ही दिन जारी कर दिया। शेष दो महीने का वेतन जारी करने के लिए फाइल तैयार करने को कहा है।कहा कि अब हर महीने की 10 तारीख से पहले उन्हें वेतन मिल जाएगा।
एडी बिल्डिंग के पीछे खाली जमीन पर बनेगी पार्किंग
कुलपति ने प्रशासनिक भवन परिसर में पार्किंग की समस्या को देखते हुए पीछे स्थित खाली जगह पर पार्किंग बनाने का आदेश भी मातहतों को दिया। उन्होंने कार्ययोजना तैयार कर इंजीनियर और अन्य अधिकारियों से प्रजेंटेशन भी मांगा है। उन्होंने कहा कि पुलिस चौकी के पीछे बंद की गई दीवार तोड़कर वहां से पैदल आने के लिए रास्ता बनाया जाएगा।
डीडीयू की प्रतिष्ठा बनाए रखना सबकी जिम्मेदारी
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय हम सबका है। इसकी प्रतिष्ठा बनाए रखना सबकी जिम्मेदारी है। शिक्षकों-कर्मचारियों के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय की तर्ज पर कैशलेस मेडिकल सुविधा को शीघ्र लागू होगी। वे मंगलवार को शिक्षक दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहीं थीं। कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षकों में महिला शिक्षकों के अनुपात को बढ़ाने के लिए कार्य किया जाएगा।
मुख्य नियंता अब नहीं करेंगे वीसी को एस्कॉर्ट
बीते तीन वर्षों में जो भी डीडीयू के मुख्य नियंता हुए, उनके पास कुलपति के एस्कोर्ट की भी जिम्मेदारी थी। कार्यालय से लेकर शहर में कहीं भी जाना होता था तो मुख्य नियंता की गाड़ी एस्कोर्ट करते हुए जाती थी। नवागत कुलपति ने इसे तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया।