मनोज बाजपेयी-जोया हुसैन की ‘भइया जी’ के लिए NER ने भेजा क्रेन, कोच और इंजन
Manoj Bajpayee's new film: भइया जी फिल्म की शूटिंग के लिए पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय गोरखपुर से क्रेन, कोच और इंजन की डिमांड की गई थी। NER ने करीब 10 लाख रुपये जमा कराकर तीनों चीजें भेज दीं।
Shooting of Manoj Bajpayee's film: ‘भइया जी’ को पूर्वोत्तर रेलवे ने एक साथ क्रेन, कोच और इंजन भेजा है। ‘भइया जी’ को ये तीनों चीजें मिल भी गई हैं। शुक्रवार से इसपर काम भी शुरू हो जाएगा। भइया जी कोई व्यक्ति नहीं बल्कि एक फिल्म का नाम है, जिसमें मशहूर अभिनेता मनोज बाजपेयी मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। उनके साथ अभिनेत्री के रोल में जोया हुसैन हैं।
इस फिल्म की शूटिंग पूर्वोत्तर रेलवे के ऐशबाग और लखनऊ स्टेशन पर शुक्रवार से शुरू हो गई। निर्माता ने फिल्म की शूटिंग के लिए पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय गोरखपुर से क्रेन, कोच और इंजन की डिमांड की थी। एनई रेलवे ने निर्माता से करीब 10 लाख रुपये किराये के रूप में जमा कराए और तीनों चीजें शूटिंग के लिए सेट के पास भेज दी हैं। ऐशबाग और लखनऊ में रेलवे क्षेत्र में होने वाली शूटिंग में एक्शन और थ्रिलर के दृश्य फिल्माए जाएंगे।
एनईआर के स्टेशन निर्माताओं की पसंद
दरअसल एनई रेलवे के स्टेशन फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। निर्माताओं और निर्देशकों को यहां के स्टेशन इस कदर भा रहे हैं कि एक ही लोकेशन के लिए दो से तीन फिल्म कंपनियों की डिमांड आ रही है। निर्माताओं की इस डिमांड को देखते हुए एनई रेलवे भी उनको कई तरह की सहूलियतें दे रहा है। यही कारण है कि पिछले कुछ सालों में एनईआर फिल्मों से तीन करोड़ से अधिक की कमाई कर चुका है।
इन फिल्मों में एनईआर की बोगियों का इस्तेमाल
बीते पांच सालों में रेलवे 12 फिल्मों की शूटिंग के लिए बोगियों का सेट भेज चुका है। जिन प्रमुख फिल्मों में एईआर की बोगियों का प्रयोग हुआ है उनमें बरेली की बर्फी, मिलन टाकीज, ठाकुरगंज और शुभ मंगल ज्यादा सावधान शामिल हैं।
ऑनलाइन पोर्टल से मिल रही है सहूलियत
एनई रेलवे प्रशासन ने फिल्म निर्माता कंपनियों को स्टेशन पर या ट्रेन में शूटिंग करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया है। इस पोर्टल के लिए कंपनियों के प्रतिनिधियों को शूटिंग की मंजूरी के लिए विभागों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी। ऑनलाइन आवेदन पर एक सप्ताह के अंदर स्वीकृति मिल जाती है। शूटिंग के लिए शुल्क भी ऑनलाइन ही जमा हो जाता है। वैसे तो एक कोच का फिक्स किराया 50 हजार रुपये है लेकिन इसमें हाल्टेज और परिचालन शुल्क अलग से डिमांड के हिसाब से जुड़ता जाता है।