आशीष गुप्ता से युसुफ बन मस्जिद में नमाज पढ़ने लगा नायब तहसीलदार, जांच शुरू
हमीरपुर की तहसील में तैनात नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता से युसुफ बन मस्जिद में नमाज पढ़ने लगे। एक हिंदू अधिकारी के यूं मस्जिद में नमाज पढ़ने की तस्वीरें और सूचनाएं सामने आईं तो हड़कंप मच गया।
Hamirpur News: यूपी के हमीरपुर जिले की तहसील में तैनात नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता से युसुफ बन मस्जिद में नमाज पढ़ने लगे। एक हिंदू अधिकारी के यूं मस्जिद में नमाज पढ़ने की तस्वीरें और सूचनाएं जब सामने आईं तो प्रशासन में हड़कंप मच गया। कानपुर निवासी नायब तहसीलदार के नमाज पढ़ने का तौर तरीका देखकर संदेह होने पर मुअज्जिन ने शिकायत की तो उसी तहसील के तहसीलदार जांच के लिए मौके पर पहुंच गए। अधिकारी की नमाज पढ़ते फोटो सोशल मीडिया में वायरल होने लगी तो उन्हें जानने वाले लोग हैरान रह गए।
लोगों में धर्म परिवर्तन की आशंका को लेकर चर्चा छिड़ गई है। हालांकि 'लाइव हिन्दुस्तान' ऐसी किसी वायरल तस्वीर की पुष्टि नहीं करता है। मुअज्जिन का कहना है कि संदेह के बाद नाम पूछने पर अफसर ने अपना नाम यूसुफ बताया था वहीं नायब तहसीलदार का कहना है कि वह मस्जिद में केवल उर्दू सीखने ही जाते थे।
कस्बे की नरहिया पूर्वी तरौस की एक मस्जिद के मुअज्जिन (अजान देने वाला) मुहम्मद मुश्ताक उर्फ बाबू आढ़ती ने बताया कि मस्जिद में कानपुर के नौबस्ता निवासी आशीष गुप्ता कई दिनों से यहां नमाज पढ़ने आ रहे थे। तौर तरीकों को देखकर उन्हें संदेह हुआ तो उन्होंने पूछताछ की। आरोप है कि उन्होंने अपना नाम नायब तहसीलदार मोहम्मद यूसुफ बताया। मुअज्जिन ने पता किया तो सामने आया कि इस नाम का कोई नायब तहसीलदार यहां तैनात नहीं है तो उन्होंने इसकी शिकायत एसपी और एसडीएम से की। जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया।
सोमवार देर शाम तहसीलदार बलराम गुप्ता ने शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए। एसडीएम राजेश मिश्रा ने कहा कि नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता ने बयान में बताया है कि वह उर्दू भाषा सीखने की नीयत से मस्जिद गए थे। धर्म परिवर्तन जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। उधर, नायब तहसीलदार का सिर पर टोपी लगाए मस्जिद में नमाज अदा करने की फोटो भी सोशल मीडिया में वायरल हो गई है। इस पर धर्म परिवर्तन की आशंका पर भी लोगों में चर्चा छिड़ गई है।
दो सितंबर को हुई थी तैनाती
जानकारी के मुताबिक, कानपुर निवासी नायब तहसीलदार की बीती दो सितंबर को स्थानीय तहसील में तैनाती हुई थी। वह शादीशुदा हैं और उनका परिवार कानपुर में रहता है। वायरल तस्वीरों और धर्म परिवर्तन जैसी आशंकाओं पर बात करने के लिए हिन्दुस्तान ने उनसे भी संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठा।