एमएमएमयूटी पहली बार देश के टॉप दो सौ तकनीकी शिक्षण संस्थानों में शामिल
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) को मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रति वर्ष जारी की जाने वाली शैक्षिक संस्थानों की गुणवत्ता रैंकिंग एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग...
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) को मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रति वर्ष जारी की जाने वाली शैक्षिक संस्थानों की गुणवत्ता रैंकिंग एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क) में तकनीकी शिक्षण संस्थानों में देश में 183 वां स्थान हासिल हुआ है। यह उपलब्धि इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले वर्षों तक एमएमएमयूटी को एनआइआरएफ में कोई रैंक नहीं दी गई थी।
आईआईटी और एनआईटी को छोड़ दें, तो उत्तर प्रदेश के केवल सात तकनीकी संस्थानों ने शीर्ष दो सौ में जगह बनाई है। विवि के शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रो. डीके द्विवेदी ने बताया कि एनआईआरएफ द्वारा विभिन्न मानकों जैसे कि छात्र छात्राओं की संख्या, छात्र शिक्षक अनुपात, संसाधनों की उपलब्धता एवं सदुपयोग, शिक्षकों एवं शोध छात्रों द्वारा प्रकाशित किए जा रहे शोध की संख्या एवं गुणवत्ता, पेटेंट, छात्रों की प्लेसमेंट, परीक्षा का स्तर, अन्य राज्यों/ राष्ट्रों के छात्रों, महिलाओं, और आर्थिक एवं सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों के प्रतिनिधित्व आदि मानकों पर किसी भी संस्थान को परखा जाता है।
इन मानकों में प्रदर्शन के आधार पर संस्थाओं को अंक प्रदान किए जाते हैं और सभी संस्थान को मिले अंकों के आधार पर रैंकिंग की जाती है। विवि ने पहली बार शीर्ष दो सौ रैंकिंग में जगह बनाई है।
विश्वविद्यालय में खुशी की लहर
टॉप दो सौ शीर्ष तकनीकी शिक्षण संस्थानों में नाम शूमार होने की सूचना मिलते ही विश्वविद्यालय में खुशी की लहर दौड़ गई। विवि की इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. श्री निवास सिंह ने पूरे विवि परिवार को बधाई दी है। अन्य शिक्षकों ने भी एक दूसरे को फोन कर बधाई दी व अगले नए सत्र में और बेहतर करने का संकल्प लिया।