सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट में पान-गुटखा खाने पर रोक, पकड़े जाने पर 1000 जुर्माना, डीएम का फैसला आज से ही लागू
पान-गुटखा खाना वैसे तो सेहत पर भारी पड़ता ही है, अब इसे खाते पकड़े जाने पर जेब हल्की हो सकती है। विंध्य कॉरिडोर में पान गुटखा खाकर आने वालों पर एक हजार रुपए जुर्माना लगा दिया गया है।
पान-गुटखा खाना वैसे तो सेहत पर भारी पड़ता ही है, अब इसे खाते पकड़े जाने पर जेब हल्की हो सकती है। मिर्जापुर में बन रहे सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कॉरिडोर में पान गुटखा खाकर आने वालों पर एक हजार रुपए का जुर्माना लगा दिया गया है। खूबसूरत आकार ले रहे कॉरिडोर परिसर में जगह-जगह पान के पीक और गुटखे की गंदगी देख जिलाधिकारी ने यह फैसला लिया है। इसे तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया गया है।
बुधवार को विंध्य कॉरिडोर का निरीक्षण करने पहुंचीं जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन से नगर विधायक पं.रत्नाकर मिश्र ने धाम में गुलाबी पत्थरों पर गंदगी की शिकायत की। उन्होंने इस पर सख्ती से रोक लगाने का अनुरोध किया। विधायक की आपत्ति के बाद डीएम ने विंध्य कॉरिडोर परिसर में पान और गुटखा खाकर प्रवेश करने पर पूर्ण पाबंदी लगाने की घोषणा की। कहा कि परिसर में पान या गुटखा खाकर पकड़े जाने पर 1000 रुपये का अर्थदंड लगाया जाएगा। डीएम ने नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह को इसे तत्काल प्रभाव लागू कराने के निर्देश दिए।
सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट
विंध्याचल में बन रहा विंध्य कॉरिडोर सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर तीन प्रमुख गेट बनकर लगभग तैयार हो गए हैं। जो दूर से ही दिखने लगा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गेट के बगल में ही शौचालय सहित अन्य निर्माण कराया जा रहा है। मां विंध्यवासिनी मंदिर की ओर जाने वाले प्रमुख मार्गो में सदर बाजार, कोतवाली मार्ग पर बीचो-बीच पौधे एवं प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी।
इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 200 मीटर दायरे में पौधे एवं लाइट लगाए जाएंगे। इसी तरह पक्का घाट पर भी 130 मीटर चौड़ी गलियों में मार्ग के बीचोबीच डिवाइडर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। मां विंध्यवासिनी मंदिर के आसपास परिक्रमा पथ प्रथम तल एवं द्वितीय तल लगभग बनकर तैयार हो गया है। पत्थरों का कार्य प्रगति पर है।
प्रथम तल एवं द्वितीय तल पर ग्रेनाइट मार्बल एवं रंगाई पुताई का कार्य भी शुरू कर दिया है। परिक्रमा पथ के अंदर दो प्रकार की नालियां बनाई जा रही हैं। जिससे यदि एक नाली जाम होती है तो दूसरे नाली से पानी की निकासी कराया जाएगा। मंदिर के पूरब दो लाख लीटर क्षमता वाले पानी का टंकी का निर्माण कार्य भी चल रहा है।
राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि मां विंध्यवासिनी मंदिर पहुंचने के लिए तीन प्रमुख गेट बनाया गया है जो लगभग बनकर तैयार हो गया है। अन्य कार्य भी प्रगति पर है। विंध्याचल कोतवाली एवं पक्का घाट मार्ग पर सड़कों के बीचो बीच डिवाइडर का कार्य प्रगति पर है उसमें लाइट एवं पौधे रोपे जाएंगे।