नाबालिग भांजे ने बरसाईं गोलियां, मामा-मामी को उड़ाया; मां को गाली पर भड़का गुस्सा
लखनऊ के इंदिरा नगर थाना क्षेत्र के तकरोही में एक किशोर ने मंगलवार रात घर के अंदर अपने मामा राजेन्द्र सिंह (65) और मामी सरोज (60) की गोली मार कर हत्या कर दी। उसने 3 राउण्ड फायरिंग की थी।
Double Murder in Lucknow: लखनऊ के इंदिरा नगर थाना क्षेत्र के तकरोही में एक किशोर ने मंगलवार रात घर के अंदर अपने मामा राजेन्द्र सिंह (65) और मामी सरोज (60) की गोली मार कर हत्या कर दी। उसने तीन राउण्ड फायरिंग की थी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। राजेन्द्र का बेटा ऑटो ड्राइवर श्रवण सिंह भी इस घटना में घायल हुआ है।
नशे में गालियां दे रहे थे बहन को
किशोर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। एसीपी विकास जायसवाल के मुताबिक राजेन्द्र अक्सर बहन से झगड़ा करते थे। मंगलवार रात वह किशोर की मां पुष्पा को नशे में गालियां दे रहे थे। इससे गुस्साये भांजे ने फायरिंग कर दी। आरोपी की मां अपने पति से विवाद होने के बाद से मायके में रह रही थी। इस घर में उसके चार भाई रहते थे।
तकरोही की जयनगर कालोनी में गन्ना विभाग से चतुर्थ श्रेणी पद से रिटायर राजेन्द्र सिंह पत्नी सरोज और तीन भाइयों के साथ एक ही घर में रहते थे। भाई जगत पाल के मुताबिक रात करीब नौ बजे राजेन्द्र नशे में घर आये थे। उनका किसी बात पर बहन पुष्पा से विवाद हो गया जिसके बाद भांजे ने दोनों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
नाबालिग भांजा अपने कमरे से लाया तमंचा
मां से मामा का विवाद होता देख भांजे ने विरोध किया तो राजेन्द्र उससे उलझ गए। इस पर भांजा अपने कमरे में गया और तमंचा लेकर आ गया और फायरिंग कर दी। सिर व सीने में गोली लगते ही राजेन्द्र लहूलुहान होकर गिर पड़े। यह देख उनकी पत्नी सरोज बचाने दौड़ी तो भांजे ने उन पर भी फायर कर दिया। दोनों की मौके पर मौत हो गई।
मां से कहा था, एक दिन सही कर देंगे मामा को...
मामा-मामी की हत्या करने का आरोपी भांजा तीन दिन पहले ही अपने एक दोस्त से तमंचा लेकर आया था। वह घर में मां के रहने को लेकर रोजाना होने वाली कलह से काफी परेशान था। उसने मां से कहा भी था कि सही कर देंगे एक दिन मामा को...। हादसे के बाद पुलिस भांजे को अपने साथ लेकर चली गई। बताया जा रहा है कि भांजे ने कुबूला कि राजेन्द्र मामा सबसे ज्यादा उनकी मां को परेशान करते थे। मंगलवार रात को वह बहुत ज्यादा गालियां मां को दे रहे थे...इस वजह से उसे ज्यादा गुस्सा आ गया और वह फायरिंग कर बैठा था। राजेन्द्र के भाई जगतपाल चौहान ने भी घटनास्थल पर मौजूद लोगों से स्वीकार कि भाई राजेन्द्र नशे में थे और वह बहन पुष्पा को गालियां दे रहे थे। भांजे ने मना भी किया लेकिन वह बहन को गालियां देता रहा।
माता-पिता के रहने तक सब ठीक रहा
एसीपी के मुताबिक घर के लोगों ने बताया कि पुष्पा की शादी बीकेटी में हुई थी। प्रापर्टी डीलर पति जयप्रताप से अलग होने के बाद वह मायके में ही रह रही है। पुष्पा के माता-पिता के देहान्त के बाद स्थितियां बिगड़ने लगी। यहां रहने को लेकर दो भाइयों से उसका अक्सर विवाद होता था। पुष्पा के बेटे को रोजाना होने वाला झगड़ा पसन्द नहीं था। पुष्पा के भाई जगतपाल ने बताया कि भांजे ने इसी साल हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी।
मोहल्ला अवाक रह गया
गोलियां की आवाज सुनकर पड़ोसी वहां जुट गये। असलियत पता चलने पर सब अवाक रह गये। हर कोई यही कह रहा था कि इतनी छोटी उम्र में इतनी बड़ी वारदात कर डाली। पड़ोसी कह रहे थे कि रोजाना झगड़ा होता था, पर यह नहीं लगा था कि इन बवाल के पीछे इतनी बड़ी घटना हो जायेगी। पड़ोसियों ने ही बताया कि भांजा घटना के बाद भागा नहीं। उसे राजेन्द्र के अन्य भाईयों ने पकड़ लिया था। पुलिस के पहुंचने पर उसके सूपुर्द कर दिया गया।
0.32 बोर का असलहा इस्तेमाल हुआ
डीसीपी अभिजीत आर शंकर ने बताया कि घटना में 0.32 बोर का असलहा इस्तेमाल हुआ है। असलहा बरामद होने पर साफ होगा कि वह रिवाल्वर थी या पिस्टल। उधर घर के अन्य लोगों के बयान नहीं हो सके है। राजेन्द्र का बेटा श्रवण अस्पताल में भर्ती है। परिवार क्रे अन्य लोग अस्पताल में गये हुए थे। पुलिस का कहना है कि बुधवार को इनसे पूछताछ कर कई और बिन्दुओं पर पूछताछ की जायेगी।
चश्मदीद जगतपाल का बयान अहम
एसीपी ने बताया कि घटना के समय पुष्पा का बड़ा भाई जगतपाल वहीं था। उसकी आंखों के सामने ही पूरी घटना हुई। उसका बयान बेहद अहम है। पुलिस उसे ही गवाह बना रही है। उसकी तहरीर पर ही आरोपी भांजे के खिलाफ मुकदमा लिखा जा रहा है।