यूपी के मेडिकल कॉलेजों को जल्द मिलेंगे जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर, काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू
यूपी के मेडिकल कॉलेजों को जल्द काफी संख्या में जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर मिल जाएंगे। यूपी चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय ने काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश के राजकीय और स्वशासी मेडिकल कॉलेजों को जल्द काफी संख्या में जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर मिल जाएंगे। वर्ष 2018 बैच के इन अभ्यर्थियों की एमबीबीएस या बीडीएस पूरी हो चुकी है। अब इन्हें अनिवार्य शासकीय सेवा बांड के तहत दो साल के लिए सरकारी चिकित्सा संस्थानों में तैनाती दी जाएगी। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय ने काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ऐसे अभ्यर्थी 28 मई तक पंजीकरण करा सकते हैं। ऐसे डॉक्टरों की संख्या कुल 1959 है।
राज्य सरकार द्वारा अनिवार्य शासकीय सेवा बांड की व्यवस्था शुरू किए जाने के बाद एमबीबीएस का यह पहला बैच है, जिसके सफल अभ्यर्थियों को अब दो साल तक सरकारी या स्वशासी मेडिकल कॉलेजों में सेवा देनी है। काउंसलिंग में एमबीबीएस के 1907 और बीडीएस के 52 अभ्यर्थी शामिल होंगे। चिकित्सा महानिदेशालय द्वारा काउंसलिंग के लिए जारी कार्यक्रम के अनुसार 28 मई तक पंजीकरण होंगे। इसी अवधि में ऑनलाइन अभिलेखों का सत्यापन किया जाएगा। 28 अगस्त को पंजीकृत अभ्यर्थियों की मेरिट लिस्ट का प्रकाशन होगा। ऑनलाइन च्वाइस फिलिंग 29 मई से तीन जून के बीच होगी। उसी दिन सीट आवंटित कर दी जाएंगी। अभ्यर्थियों को आवंटित कॉलेजों में 4 से 10 जून के बीच योगदान आख्या प्रस्तुत करनी होगी।