दादरी मामले पर मायावती बोलीं :गुर्जरों से माफी मांगे यूपी सरकार
दादरी मामले पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी निंदा की है। मायावती ने इस पूरे प्रकरण के लिए यूपी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए...
दादरी मामले पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी निंदा की है। मायावती ने इस पूरे प्रकरण के लिए यूपी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए माफी मांगने की बात कही है। मायावती ने रविवार की देर शाम दो ट्वीट करके कहा, "इस घटना से गुर्जर समाज के सम्मान को ठेस पहुंची है। सरकार को माफी मांगनी चाहिए।"
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि 22 सितंबर को गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की दादरी में प्रदेश सरकार द्वारा लगाई गई प्रतिमा का मुख्यमंत्री ने गुर्जर शब्द के हटी हुई स्थिति में जो उसका अनावरण किया है। उससे गुर्जर समाज की भावनाओं को जबरदस्त ठेस पहुंची है और वे काफी आहत हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि इतना ही नहीं बल्कि गुर्जर समाज के इतिहास के साथ ऐसी छेड़छाड़ करना अति-निंदनीय है। राज्य सरकार इसके लिए माफी मांगे व साथ ही प्रतिमा में इस शब्द को तुरन्त जुड़वाए।
2. इतना ही नहीं बल्कि गुर्जर समाज के इतिहास के साथ ऐसी छेड़छाड़ करना अति-निन्दनीय तथा सरकार इसके लिए माफी माँगे व साथ ही प्रतिमा में इस शब्द को तुरन्त जुड़वाये, बी.एस.पी. की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) September 26, 2021
आपको बता दें कि 22 सितंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ ने दादरी के सम्राट मिहिर भोज महाविद्यालय में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया। लेकिन अनावरण के बावजूद अभी भी मूर्ति संगीनों के साए में है। दादरी को छावनी में तब्दील कर दिया गया है, दरअसल इसके पीछे की वजह सम्राट मिहिर भोज की जाति को लेकर छीड़ा विवाद है। गुर्जर समाज मिहिर भोज को अपना वंश बता रहे हैं तो राजपूत अपना। दावा है कि अनावरण से एक दिन पहले तक मूर्ति के शिलापट्ट पर गुर्जर शब्द लिखा हुआ था लेकिन विवाद बढ़ने के बाद हटा दिया गया। जिससे गुर्जर समाज में रोष व्याप्त हो गया। इसका विरोध करने के लिए रविवार को दादरी में पंचायत का आयोजन किया गया था। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने पंचायत को इजाजत नहीं दी। लिहाजा, टकराव की स्थिति को देखते हुए गुर्जरों ने चिटहेरा गांव में पंचायत की।
इस पंचायत में तीन बड़े फैसले लिए गए हैं। जिनमें से एक फैसला यह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शिलान्यास पट्ट को हटाया जाएगा। वहां गुर्जर समाज एक बार फिर नया शिलापट्ट लगाएगा। जिस पर सम्राट मिहिर भोज के नाम के साथ गुर्जर शब्द जोड़ा जाएगा। इसी सिलसिले में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार की देर शाम बयान जारी किया है। आपको बता दें कि मायावती दादरी क्षेत्र के बादलपुर गांव की मूल निवासी हैं।