राहुल गांधी, अनुराग ठाकुर और अखिलेश की बहस के बीच मायावती की प्रतिक्रिया, क्या कहा
राहुल गांधी, अनुराग ठाकुर और अखिलेश की बहस के बीच मायावती की प्रतिक्रिया आ गई है। ओबीसी आरक्षण की तरह ही राष्ट्रीय जातीय जनगणना जनहित का एक ख़ास राष्ट्रीय मुद्दा, केन्द्र को गंभीर होना जरूरी है।
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस नेता और रायबरेली सांसद राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और अनुराग ठाकुर की बहस के बीच बड़ा बयान आया है। उन्होंने इस मामले पर टिप्पणी की है। उन्होंने बुधवार सुबह जाति जनगणना को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर पोस्टकर सरकार को घेरा है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि कल संसद में ख़ासकर जाति व जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस व बीजेपी आदि में जारी तकरार नाटकबाज़ी तथा ओबीसी समाज को छलने की कोशिश, क्योंकि इनके आरक्षण को लेकर दोनों ही पार्टियों का इतिहास खुलेआम व पर्दे के पीछे भी घोर ओबीसी-विरोधी रहा है। इन पर विश्वास करना ठीक नहीं।बीएसपी के प्रयासों से यहाँ लागू हुई ओबीसी आरक्षण की तरह ही राष्ट्रीय जातीय जनगणना जनहित का एक ख़ास राष्ट्रीय मुद्दा, जिसके प्रति केन्द्र को गंभीर होना जरूरी। देश के विकास में करोड़ों ग़रीबों-पिछड़ों व बहुजनों का भी हक, जिसकी पूर्ति में जातीय जनगणना की अहम भूमिका।
अनुराग के भाषण की मोदी ने की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में दिए भाजपा सदस्य अनुराग ठाकुर के भाषण की मंगलवार को सराहना की। उन्होंने कहा कि इसे अवश्य सुना जाना चाहिए।पूर्व केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने अपने भाषण के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी के संबोधन पर राजनीतिक रूप से पलटवार किया। मोदी ने ‘एक्स पर एक पोस्ट में कहा, मेरे युवा और ऊर्जावान सहयोगी अनुराग ठाकुर का यह भाषण अवश्य सुना जाना चाहिए। तथ्यों और व्यंग्य का एक सही मिश्रण है, ‘इंडी गठबंधन की गंदी राजनीति को उजागर करता है। ठाकुर ने लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण को लेकर उन पर पलटवार किया। भाजपा नेता ने कांग्रेस सरकारों के दौरान हुए कथित घोटालों और अतीत में उसके नेताओं द्वारा विपक्ष के नेता से सवाल पूछने के लिए जाति आधारित कोटा के बारे में आलोचनात्मक संदर्भों का उल्लेख किया। जाति आधारित गणना के मुद्दे पर, राहुल की जाति के संबंध में उनके सवाल के कारण लोकसभा में हंगामा हुआ। नेता प्रतिपक्ष ने इसे अपमान बताया और कहा कि यह उन्हें जातिवार गणना की अपनी मांग पर अड़े रहने से नहीं डिगा पाएगा।