दो मासूमों की हत्या के सदमे में आज बदायूं के कई स्कूल बंद, लोग बोले- गला काटकर साजिद ने खून पिया
बदायूं में दो सगे मासूम भाइयों के सनसनीखेज हत्याकांड के थोड़ी ही देर बाद कातिल साजिद एनकाउंटर में मारा गया लेकिन बदायूं बच्चों की हत्या के सदमे में है। बुधवार को जिले के कई स्कूल नहीं खुले हैं।
Budaun Double Murder: यूपी के बदायूं में नाई साजिद के हाथों दो सगे मासूम भाइयों (छह वर्षीय आहान और 12 वर्षीय आयुष) के कत्ल ने लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए हैं। इस सनसनीखेज हत्याकांड के थोड़ी ही देर बाद साजिद एनकाउंटर में मारा गया लेकिन बदायूं बच्चों की हत्या के सदमे में है। बुधवार को जिले के कई स्कूल नहीं खुले हैं। मंगलवार को बच्चों की हत्या के बाद उपजे आक्रोश को देखते हुए पुलिस अलर्ट पर है। मारे गए बच्चों के घर से लेकर शहर में जगह-जगह भारी फोर्स तैनात है। उधर, साजिद के मारे जाने के बाद पुलिस इस मामले में आरोपी बनाए गए उसके भाई जावेद को तलाश रही है। बच्चों के कत्ल को अंजाम क्यों दिया गया इसे लेकर शहर में तरह-तरह की अफवाहें हैं। कई लोग इसके पीछे तंत्र-मंत्र का एंगिल भी देख रहे हैं। उनका कहना है कि बच्चों का गला काटने के बाद साजिद ने उनका खून पिया। हालांकि 'लाइव हिन्दुस्तान' इसकी पुष्टि नहीं करता है। पुलिस की जांच में अभी तक ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है।
पुलिस, बच्चों की हत्या की असल वजह जानने के लिए जांच में जुटी है। लोग भी यही चाहते हैं कि पुलिस जल्द से जल्द दोनों बच्चोंं की हत्या की असल वजह का खुलासा करे। दूसरी तरफ इस घटना के बाद से जिले की कानून-व्यवस्था को संभालने में भी पूरी मुस्तैदी से जुटी है। बुधवार सुबह दोनों बच्चों के पोस्टमार्टम के बाद उनके शव घर लाए गए। कल घटना के बाद से ही घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। बच्चों के पिता विनोद ठाकुर हैरान हैं कि आखिर उनके बच्चों का कत्ल क्यों किया गया? साजिद के एनकाउंटर के बाद उन्होंने कहा कि उनका साजिद से कोई लेना-देना नहीं था। कभी-कभार बाल कटाने उसकी दुकान पर जरूर जाते थे लेकिन उसके अलावा उससे कोई मतलब नहीं था। वहींं बच्चों की दादी ने बताया कि साजिद ने अपनी पत्नी की डिलीवरी के नाम पर पांच हजार रुपए मांगे थे जो उसे दे भी दिए गए थे। इसके बाद उसने चाय मांगी। फिर तीसरी मंजिल पर चला गया जहां उसने बच्चों की हत्या कर डाली। बिना किसी दुश्मनी या अन्य किसी वजह के बच्चों की हत्या क्यों की गई यह किसी की समझ में नहीं आ रहा है। पोस्टमार्टम के बाद बच्चों के शव घर लाए गए तो विनोद ठाकुर बिलख-बिलख कर रोने लगे। पुलिसकर्मी परिवारवालों को लगातार ढांढस बंधाते रहे। बाद में बदायूं के कछला में गंगा घाट पर दोनों बच्चों को दफनाकर अंतिम संस्कार किया गया।
तंत्र-मंत्र का शक जता रहे लोग
दो बच्चों की हत्या को लेकर बदायूं के लोगों में गम और गुस्सा है। हालांकि साजिद के एनकाउंटर के बाद जिले में शांति है। बुधवार की सुबह पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया इस बीच इस घटना को लेकर कुछ लोगों का कहना है कि साजिद ने तंत्र विद्या के जरिये अपनी पत्नी की सूनी गोद भरने के लिए मासूमों का कत्ल करके उनका खून पी लिया। 'लाइव हिन्दुस्तान' ऐसी किसी बात की पुष्टि नहीं करता है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पूरे मामले की हकीकत सामने आ जाएगी।
कौन था साजिद?
बदायूं की बाबा कॉलोनी में हेयर कटिंग सैलून संचालित करने वाला साजिद नगर पंचायत सखानू के वार्ड सात के मोहल्ला जमुनिया का रहने वाला था। कुछ साल पहले ही ही उसने बाबा कॉलोनी में आकर किराये पर दुकान लेकर सैलून खोला था। धीरे-धीरे आसपास के सभी लोगों से उसके संबंद्ध हो गए। इसी बीच वह विनोद ठाकुर के घर भी आने जाने लगा। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि साजिद की छह वर्ष पहले शादी हुई थी। मगर कोई बच्चा न होने के कारण पत्नी से उसका रोजाना झगड़ा होता था। इस विवाद के चलते साजिद की पत्नी मायके (सहसवान) में रहने लगी है। इसी बीच साजिद तांत्रिकों के चक्कर में पड़ गया। यह भी कहा जा रहा है कि साजिद की पत्नी गर्भवती है और वह उसकी डिलीवरी की बात कहते हुए विनोद के घर में घुसा था। मगर तांत्रिक ने उसे कुछ ऐसा बता दिया कि उसने बाबा दो बच्चों की निर्मम हत्या कर दी। गनीमत रही कि बच्चों का तीसरा भाई वहां से भाग निकला। लोगों ने बताया कि आरोपी का मुंह खून से सना हुआ था। इसके चलते लोगों ने तंत्र विद्या के चलते उस पर खून पीने का भी आरोप लगाया। पुलिस साजिद के भाई बाजिद से घटना की असली वजह पता करने में जुटी है।