मेनका गांधी ने सुल्तानपुर एमपी राम भुआल निषाद की जीत को हाईकोर्ट में चुनौती दी
पूर्व सांसद मेनका गांधी ने सपा सांसद राम भुआल निषाद के निर्वाचन को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में चुनौती दी है। इस संबंध में उन्होंने शनिवार को चुनाव याचिका दाखिल की। साथ में उनके वकील भी मौजूद रहे।
पूर्व सांसद मेनका गांधी ने सुल्तानपुर से निर्वाचित सपा सांसद राम भुआल निषाद के निर्वाचन को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में चुनौती दी है। इस संबंध में मेनका गांधी ने शनिवार को चुनाव याचिका दाखिल की। याचिका दाखिल करने के लिए वह अपने अधिवक्ता प्रशांत सिंह अटल के साथ लखनऊ बेंच के वरिष्ठ निबंधक के समक्ष प्रस्तुत भी हुईं। आरोप है कि सपा नेता ने हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करते समय अपने खिलाफ लंबित सभी आपराधिक मामलों का खुलासा नहीं किया था।
मेनका गांधी के अधिवक्ता ने बताया कि याचिका में अन्य पहलुओं के साथ-साथ मुख्य रूप से यह आधार लिया गया है कि राम भुआल निषाद ने नामांकन के समय दाखिल शपथ पत्र में अपने आपराधिक इतिहास से संबंधित जानकारियां छिपाई हैं। उन्होंने बताया कि राम भुआल निषाद पर 12 आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं जबकि उन्होंने अपने शपथ पत्र में मात्र 8 मुकदमों की ही जानकारी दी है। याचिका में कहा गया है कि गोरखपुर जनपद के पिपराइच थाने के एक, बड़हलगंज थाने के दो व देवरिया के मदनपुर थाने के एक आपराधिक मुकदमों की जानकारी राम भुआल निषाद ने हलफनामे में छिपाई है। याचिका में राम भुआल निषाद का निर्वाचन निरस्त कर याची मेनका गांधी को निर्वाचित घोषित किये जाने की मांग की गयी है।
प्रशांत सिंह ने बताया कि पीठ के मनोनयन के बाद मामले की सुनवाई जल्द ही होगी। चुनाव याचिका में आरोप लगाया गया है कि आपराधिक पृष्ठभूमि का खुलासा न करना/जानबूझकर उसे न बताना भ्रष्ट आचरण है और इस प्रकार यह जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 100 के अंतर्गत आता है। मेनका गांधी ने याचिका में कहा कि केवल इसी आधार पर सुल्तानपुर लोकसभा क्षेत्र का चुनाव शून्य घोषित किया जाए। वहीं, इसे लेकर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहना है कि इसका फैसला अदालत को करने दीजिए।
43 हजार से अधिक वोटों से हारीं थीं मेनका गांधी
जून महीने हुए लोकसभा चुनाव में सपा नेता राम भुआल निषाद ने सुल्तानपुर लोकसभा सीट से सांसद मेनका गांधी को 43,174 मतों से हराया था। निषाद को 4,44,330 वोट मिले थे जबकि गांधी को 4,01,156 वोट मिले थे।