लखनऊ में कल भाकियू की महापंचायत, नौचंदी एक्सप्रेस पर किसानों का कब्जा, हुक्का लेकर किया कूच
लखनऊ के ईको गार्डन में सोमवार को भाकियू की किसान महापंचायत है। इसके लिए रविवार को सैकड़ों किसान हुक्का लेकर नौचंदी एक्सप्रेस से मेरठ से लखनऊ कूच कर गए। किसानों ने नौचंदी एक्सप्रेस पर कब्जा कर लिया।
लखनऊ के ईको गार्डन में सोमवार को भाकियू की किसान महापंचायत है। इसके लिए रविवार को सैकड़ों किसान हुक्का लेकर नौचंदी एक्सप्रेस से मेरठ से लखनऊ कूच कर गए। किसानों ने नौचंदी एक्सप्रेस पर कब्जा कर लिया। बिना रिजर्वेशन के किसानों ने कोच कब्जा लिए। इससे आम यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा और दर्जनों यात्री स्टेशन पर ही रह गए। कई किसानों की यात्रियों से सीट को लेकर नोकझोंक भी हुई। आरपीएफ और जीआरपी जवानों से किसानों की झड़प हुई। लेकिन किसानों ने कब्जाए कोच नहीं छोड़े। रिजर्वेशन के बाद भी लखनऊ नहीं जा सके यात्रियों ने स्टेशन अधीक्षक कार्यालय पर हंगामा काटा और रिफंड की मांग की। वहीं, राकेश टिकैत ने रविवार को पीलीभीत में किसानों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में लखनऊ पहुंचने की अपील की है।
लखनऊ जाने के लिए रविवार को मेरठ जनपद के सैकड़ों किसान जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी और सत्यवीर जंगेठी के नेतृत्व में नारे लगाते हुए सिटी स्टेशन पर पहुंचते रहे। शाम 6 बजे तक सैकड़ों किसान स्टेशन पर एकत्र हो गए। सवा छह बजे नौचंदी एक्सप्रेस के प्लेटफार्म पर आते ही किसानों ने उसे कब्जा लिया। काफी किसान एक एसी कोच में भी घुस गए। उन्हें वहां से निकालने के लिए जीआरपी और आरपीएफ जवानों ने मनाया, लेकिन वे नहीं माने और एसी कोच में बैठकर रवाना हो गए।
कोचों में किसानों का कब्जा, रिजर्वेशन वाले रह गए स्टेशन पर
मेरठ। नौचंदी एक्सप्रेस के कोचों में किसानों की मनमानी के चलते जिसे जहां जगह मिली वहीं बैठ गए। स्टेशन पर जीआरपी ने मुश्किल से व्यवस्था बनाई। कुछ ऐसे यात्री थे जिनका नौचंदी एक्सप्रेस में रिजर्वेशन था और वह ट्रेन से सफर नहीं कर पाए। ट्रेन जाने के बाद यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा कर दिया। स्टेशन अधीक्षक आरपी सिंह ने बताया कि भीड़ के चलते स्टेशन पर व्यवस्था बनाने में मशक्कत करनी पड़ी। रेलवे नियम के तहत जो यात्री स्टेशन पर रह गए, उनको रिफंड कराने का प्रयास किया जाएगा।
प्लेटफार्म पर गुड़गुड़ाया हुक्का
सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान वर्जित होने के बावजूद किसानों ने हुक्के को प्लेटफार्म पर रखकर गुड़गुड़ाया और ट्रेन में लेकर लखनऊ रवाना हो गए। किसानों की भारी भीड़ के आगे जीआरपी और आरपीएफ जवान भी कुछ नहीं कर सके। यात्री अपनी सीट दिलाने की मांग करते रहे, लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर सकी।
अपने सम्मान के लिए किसानों को एकजुट होने की जरूरतः राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत शनिवार रात पीलीभीत के वढ़ापुरा गुरुद्वारा पहुंचे। यहां उन्होंने अखंड पाठ में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अपने सम्मान के लिए किसानों को एकजुट होने की जरूरत है। इंडिया गठबंधन के द्वारा 14 एंकरों पर वैन लगाने पर उन्होंने कहा कि सोच-समझकर ही ऐसा किया होगा। आप सभी को मालूम होगा कि ये लोग किस चीज पर वहस करते हैं। ये देश संविधान से चलेगा न कि तानाशाही से।
सनातन धर्म को लेकर कहा कि 80 फीसदी सनातनियों की उपेक्षा नहीं की जा सकती और उन्हें इस देश से कौन खत्म कर सकता है। धान की खरीद पर किसानों को गुमराह किया जा रहा है। व्यापारी साठ प्रतिशत सस्ते में फसल खरीदते हैं। धान का खरीद मूल्य बढ़ाने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि किसानों को अधिक फायदा नहीं होगा। यह व्यापारी, अधिकारी और सरकार की मिलीभगत है। हजारों ट्रक धान बिहार और पूर्वांचल से भी आता है।
लखनऊ में होने वाली भारतीय किसान मजदूर महापंचायत में शामिल होने जा रहे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत कलीनगर होकर निकले। उन्होंने गांव मथना के युवा जिलाध्यक्ष गुरदीप सिंह गोगी के घर जाकर कुछ देर विश्राम किया। कार्यकर्ताओं के साथ कुछ बिंदुओं पर चर्चा की। इसके बाद वह जमुनिया पहुंचे तो चौराहे पर कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने छोटी बच्ची रुचि को शाल भी भेंट की। वहां से वह सीधे पिपरिया मझरा में चल रहे दंगल प्रतियोगिता में पहुंचे और वहां से लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
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