अतीक के फाइनेंसर नफीस बिरयानी की मौत की मजिस्ट्रियल जांच होगी, जेल में आया था हार्ट अटैक
माफिया अतीक अहमद के नफीस की नैनी जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। पोस्टमार्टम की कार्यवाही के बाद जेल प्रशासन ने उसकी मौत की मजिस्ट्रियल जांच कराने के लिए अपनी रिपोर्ट भेज दी है।
Magisterial inquiry into Nafees' death: उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी मोहम्मद नफीस की नैनी जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। पोस्टमार्टम की कार्यवाही के बाद जेल प्रशासन ने उसकी मौत की मजिस्ट्रियल जांच कराने के लिए अपनी रिपोर्ट भेज दी है। नैनी जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक जंग बहादुर पटेल ने बताया कि पोस्टमार्टम के साथ विसरा प्रिजर्व है। जूडिशियल इंक्वायरी के लिए रिपोर्ट भेज दी है। इससे पूर्व उमेश पाल हत्याकांड में मारे गए सभी आरोपियों की न्यायिक जांच का आदेश हुआ था। 15 अप्रैल को धूमनगंज पुलिस अतीक और अशरफ को लेकर कॉल्विन अस्पताल पहुंची थी जहां पर मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे शूटर सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्या ने गोली मारकर दोनों भाइयों की हत्या कर दी थी।
पुलिस हिरासत में हत्या के बाद शासन के आदेश पर न्यायिक आयोग का गठन किया गया। पांच सदस्यीय टीम, जिसमें इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस दिलीप बाबासाहेब भोसले, पूर्व चीफ जस्टिस झारखंड हाईकोर्ट के वीरेंद्र सिंह, न्यायमूर्ति अरविन्द कुमार त्रिपाठी, आईपीएस सुबेश कुमार सिंह और पूर्व जिला जज बृजेश कुमार सोनी इस हत्याकांड की जांच कर रहे हैं।
उमेश पाल हत्याकांड में फरार अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम की 13 अप्रैल को झांसी में एसटीएफ से हुई मुठभेड़ में मौत हो गई थी। प्रयागराज में अरबाज और विजय चौधरी भी मुठभेड़ में मारे गए थे। इन चारों की मौत की जांच के लिए दो सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया। एक ही आयोग की टीम को तो तीनों मुठभेड़ की जांच मिली। प्रयागराज में कई बार न्यायिक आयोग की टीमें आईं और बयान लिया।