Mauni Amavasya: मौनी अमावस्या को लेकर प्रयागराज में भारी वाहनों का प्रवेश नहीं, 11 फरवरी तक नो एंट्री
Magh Mela Mauni Amavasya: मौनी अमावस्या के मौके पर श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित यातायात व्यवस्था के लिए पुलिस ने प्रयागराज में नो इंट्री लागू कर दी है। आज रात एक बजे से 11 फरवरी तक यह रोक रहेगी।
Magh Mela Mauni Amavasya: माघ मेला के प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या (9 फरवरी) के अवसर पर श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित यातायात व्यवस्था के लिए पुलिस ने प्रयागराज में नो इंट्री लागू कर दी है। सात फरवरी की रात एक बजे से 11 फरवरी तक प्रयागराज में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। यातायात प्रबंधन को लेकर मंगलवार की रात हुई बैठक में आसपास के जिलों के पुलिस कप्तान, एडीजी, कमिश्नर भी मौजूद रहे।
यातायात पुलिस ने बताया कि शहर के नो इंट्री प्वाइंट मलाक हरहर तिराहा, मन्दर मोड़, धूमनगंज, सहसों चौराहा, ट्रांसपोर्ट नगर तिराहा, हबूसा मोड़, रामपुर चौराहा, सोरांव बाईपास, घूरपुर थाना गेट, नवाबगंज बाईपास, लेप्रोसी चौराहा, फाफामऊ और अंदावा चौराहा से भारी वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा। कानपुर नगर की ओर से आने वाले वाहन कौशाम्बी के कोखराज से बने बाईपास पर मोड़ दिया जाएंगे, जो बाईपास से सीधे हंडिया होते हुए वाराणसी की ओर जाएंगे। वाराणसी की ओर से कानपुर की ओर जाने वाले वाहनों को हंडिया बाईपास रोड होते हुए कोखराज से कानपुर की ओर डायवर्ट किया जाएगा। कानपुर से प्रयागराज होकर बांदा की ओर जाने वाले वाली गाड़ियों को फतेहपुर स्थित चौडगरा चौराहा से बिन्दकी से बंधवा तिराहा ललौली से चिल्ला होते हुए बांदा की ओर भेजा जाएगा। इसी तरह कानपुर से प्रयागराज होकर मिर्जापुर की ओर जाने वाले वाहन चौडगरा से बिन्दकी से बंधवा तिराहा ललौली चिल्ला से बांदा की ओर भेजे जाएंगे।
पंच महापुरुष योग में लगेगी मौनी अमावस्या पर डुबकी
प्रयागराज। माघ मेला का तीसरा स्नान पर्व मौनी अमावस्या नौ फरवरी को है। इस दिन अक्षय पुण्य के निमित्त लाखों श्रद्धालु संगम व गंगा-यमुना म्में आस्था की डुबकी लगाएंगे। उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक डॉ. पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार अमावस्या तिथि शुक्रवार को सुबह 711 बजे शुरू हो जाएगी, जो शनिवार को सुबह 506 बजे तक रहेगी। उदयकालिक अमावस्या तिथि प्राप्त न होने के कारण शुक्रवार को पूरा दिन स्नान-दान पुण्यकारी रहेगा। इस बार मौनी अमावस्या पर शश और रुचक नामक पंच महापुरुष योग रहेगा। इस अवसर पर संगम में किया गया मौन स्नान-दान, जप, तप, ध्यान कई गुना फलदायी होता है।
त्रिवेणी संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. शंभुनाथ त्रिपाठी अंशुल के अनुसार मौनी अमावस्या के दिन प्रयाग में देवताओं का वास होता है। इस दिन गंगा स्नान करने से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं और आरोग्यता बढ़ती है। पुलिस लाइंस के त्रिवेणी सभागार में मंगलवार को मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर पुलिस प्रबंध, सुरक्षा व यातायात व्यवस्था के सुचारू संचालन को लेकर बैठक हुई। बैठक में वाहनों की पार्किंग, स्नान घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था, श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सकीय सुविधा, रेलवे स्टेशन मूवमेंट प्लान व होल्डिंग एरिया आदि की व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई। पुलिस आयुक्त ने मौनी अमावस्या पर स्नानार्थियों के सुगम आवागमन, स्नान एवं बेहतर यातायात प्रबंधन के संबंध में दिशा-निर्देश दिए।