माफिया अतीक का नफीस बिरयानी से भी बड़ा फाइनेंसर अब तक फरार, खालिद पर शिकंजा न कस पाई पुलिस
माफिया अतीक के फाइनेंसर नफीस बिरयानी की नैनी जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो चुकी है। नफीस जैसे कई फाइनेंसर अतीक ने पाल रखे थे। इनमें सबसे बड़ा फाइनेंसर अतीक का रिश्तेदार खालिद जफर है।
Financier of Mafia Atiq Ahmed: माफिया अतीक अहमद के फाइनेंसर नफीस बिरयानी की नैनी जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो चुकी है। नफीस जैसे कई फाइनेंसर अतीक ने पाल रखे थे। इनमें सबसे बड़ा फाइनेंसर अतीक का रिश्तेदार खालिद जफर है। खालिद ही वह शख्स है कि जिसने रियल एस्टेट के धंधे में उमेश पाल को धमकाया था। उमेश को अतीक के नाम से खालिद ने हत्या की धमकी दी थी जिस पर धूमनगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। एक साल से ज्यादा समय से वांटेड खालिद पर पुलिस का शिकंजा नहीं कस पाया। पुलिस उसके खिलाफ वारंट ले चुकी है। उमेश पाल हत्याकांड में भी खालिद की तलाश चल रही है। इसी खालिद के घर पर ईडी ने छापामारी कर अतीक के नाम पर बेनामी संपत्तियों के पेपर बरामद किए थे।
मुठभेड़ में वांछित का राज हो गया दफन
प्रयागराज। अतीक के फाइनेंसर नफीस की मौत के साथ ही कई राज दफन हो गए। पुलिस नफीस के सहयोगी, आर्थिक मददगार और उस शख्स के बारे में भी पता नहीं लगा सकी जो नफीस से मुठभेड़ के दौरान भाग निकला था। पुलिस नफीस को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही थी। उससे अतीक गैंग से जुड़े आर्थिक मददगार व सहयोगियों के बारे में पुलिस जानकारी जुटाती, लेकिन उससे पहले जख्मी नफीस की जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। 22 नवंबर की रात 50 हजार का इनामी नफीस बिरयानी लखनऊ होते हुए साथी के साथ भेष बदलकर प्रयागराज आ रहा था। नवाबगंज के आनापुर इलाके में पुलिस ने घेराबंदी की तो बाइक सवारों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस टीम की जवाबी फायरिंग में गोली लगने से नफीस गिर गया, जबकि दूसरा बाइक छोड़ भाग निकला था।
एक करोड़ रुपये की मांगी थी रंगदारी
उमेश पाल ने अपनी हत्या से पूर्व 24 अगस्त 2022 की रात में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके फाइनेंसर खालिद जफर, बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम, अबूसाद, दिलीप कुशवाहा और छह अज्ञात के खिलाफ एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने समेत अन्य आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। उमेश पाल का आरोप था कि शाह उर्फ पीपलगांव में एक काश्तकार से उसकी पुस्तैनी जमीन का बैनामा लिया था। जमीन पर चौहद्दी करने गए तो अतीक अहमद के लोगों ने उसे गाली देते हुए धमकाया। 22 फरवरी 2022 को उसको फोन पर सूचना मिली कि उसकी जमीन पर कुछ लोग कब्जा कर रहे हैं। वह मौके पर गया तो देखा कि खालिद जफर, मो. मुस्लिम, अबूसाद, दिलीप कुशवाहा और छह अज्ञात लोग मजदूरों के साथ खड़े थे। खालिद जफर ने उसको असलहा सटाकरधमकी दी और कहा कि सांसद अतीक भाई का आदेश है। एक करोड़ रुपये दो या इस जमीन को भूल जाओे।