मारेंगे अभी मूत दोगे... लखनऊ में सिपाही की दबंगई, बाइक सवार को बेल्ट खोलकर पीटने की कोशिश, दी धारा प्रवाह गालियां
पुलिस वाले की दबंगई का नजारा लखनऊ में देखने को मिला है। यहां कार चला रहे एक सिपाही को ओवरटेक करना बाइक वाले को महंगा पड़ गया। सिपाही ने सरेराह बाइक वाले को बेल्ट उतारकर पीटने की कोशिश की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस वालों को आम लोगों के साथ सभ्य तरीके से पेश आने की बार-बार ताकीद करते रहते हैं। आम लोगों की परेशानियां दूर करने की हिदायतें देते रहते हैं। इसके बाद भी खाकी वर्दी का नशा ऐसा सिर पर चढ़ा रहता है कि मुख्यमंत्री की चेतावनी भी इनके कान में नहीं घुसती है। पुलिस वालों और अधिकारियों की दबंगई को लोग सरकार से भी जोड़ लेते हैं और उसका नतीजा चुनावों में भी देखने को मिलता है। ऐसे ही पुलिस वाले की दबंगई का नजारा राजधानी लखनऊ में देखने को मिला है। यहां कार चला रहे एक सिपाही को ओवरटेक करना बाइक वाले को महंगा पड़ गया। सिपाही ने सरेराह बाइक वाले को बेल्ट उतारकर पीटने की कोशिश की। जब बाइक सवार ने सिपाही का वीडियो बनाना शुरू किया तो वह आपे से बाहर हो गया। यहां तक कहा कि इतना मारेंगे कि अभी मूत दोगे। इसके बाद धारा प्रवाह गालियां देता रहा।
बाइक सवार ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर डाला तो कुछ देर में ही वायरल हो गया। अधिकारियों तक मामला पहुंच गया।
इंस्पेक्टर सरोजनीनगर शैलेंद्र गिरि ने बताया कि वीडियो में नजर आ रहा सिपाही उन्नाव के असोहा थाने में तैनात इकरार अहमद है। गुरुवार की सुबह वह कार से ड्यूटी पर जा रहा था। सरोजनीनगर स्थित एक पेट्रोल पम्प के पास बाइक सवार ने बाईं तरफ से सिपाही की कार को ओवरटेक करने का प्रयास किया। इसी बात को लेकर सिपाही इकरार तैश में आ गया। युवक के साथ गाली गलौज करते हुए सिपाही ने बेल्ट निकाल कर मारने की धमकी दी। इंस्पेक्टर ने बताया कि बाइक सवार से सम्पर्क कर तहरीर मांगी गई है। इसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
क्या है वीडियो में
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पेट्रोल पंप के पास कार के बगल में एक बाइक पर दो युवकों से सिपाही बहस कर रहा है। इस दौरान बाइक पर पीछे बैठा युवक सिपाही का वीडियो बनाने लगता है। इससे सिपाही भड़क जाता है। बेल्ट उतारते हुए मारने की धमकी देते हुए दो बार मोबाइल फोन भी छिनने की कोशिश करता है। इसके बाद भी वीडियो बना रहा युवक पीछे हटते हुए वीडियो बनाना जारी रखता है। जब मौके पर भीड़ जुटने लगती है तो सिपाही वहां से निकलने में ही अपनी भलाई समझता है। वह अपनी कार में बैठता है और निकल जाता है।