18 हजार दुकानदार व रिक्शा चालकों का डेटा जुटा रहा निगम, राहत राशि मुहैया कराने के लिए तैयारी
कोरोना वायरस से बचाव के लिए बंदी का फैसला व दैनिक वेतनभोगी और कामगारों के भरण-पोषण के लिए एक हजार रुपए राहत राशि व राशन मुहैया कराने के मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद नगर निगम पटरी दुकानदारों, रिक्शा...
कोरोना वायरस से बचाव के लिए बंदी का फैसला व दैनिक वेतनभोगी और कामगारों के भरण-पोषण के लिए एक हजार रुपए राहत राशि व राशन मुहैया कराने के मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद नगर निगम पटरी दुकानदारों, रिक्शा चालकों व ठेला-खोमचा वालों का डाटा एकत्र करने में जुट गया है। इनकी संख्या लगभग 18 हजार है। नगर निगम के जोनल अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दे दिया गया है।ॉ
हालांकि, घोषणा के बाद अभी शासनादेश जारी नहीं हुआ है। एक-दो दिन में जारी होने की पूरी उम्मीद है। माना जा रहा है अप्रैल माह से इन लोगों को सहायता मुहैया कराई जाएगी। नगर निगम को महज सप्ताहभर का समय मिलेगा। नगर निगम के अधिकारी कोरोना से लड़ाई के साथ डाटा एकत्र करना चुनौती भरा काम मान रहे हैं।
फिलहाल नगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी है। नगर निगम को लगभग 18 हजार लोगों का डाटा एकत्र करना है। इसमें लगभग 12 हजार पंजीकृत पटरी दुकानदार, 1945 रिक्शा चालक व लगभग चार हजार ठेला व खोमचा वाले हैं। नगर निगम के एक अधिकारी का कहना है कि लगभग सभी का नाम-पता तो उपलब्ध है लेकिन आधार कार्ड, राशन कार्ड संख्या, यूनिट की संख्या, बैंक अकाउंट नम्बर, बैंक का नाम, आईएफएस कोड भी एकत्र करना है।
मौजूदा समय में 55 वर्ष से अधिक उम्र के सभी कर्मचारी व महिला कर्मचारियों को अवकाश दे दिया गया है। ज्यादातर अधिकारी व कर्मचारी कोरोना से बचाव में ड्यूटी दे रहे हैं। इससे यह काम चुनौतीपूर्ण बन गया है। इसके बावजूद सभी के संगठन हैं। उनके यूनियन के नेताओं से सम्पर्क कर डाटा एकत्र करने की कोशिश हो रही है। जोनल अधिकारियों को भी इस संबंध में निर्देश दे दिया गया है। हालांकि अधिकारी ने इस संबंध में आधिकारिक बयान देने से मना कर दिया है।