पनकी नहर से लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे जोड़ने की तैयारी तेज, मंधना से उन्नाव हाईवे तक बैराज रोड होगी फोरलेन
पनकी नहर से लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे को जोड़ने की तैयारी तेज हो गई है। पीडब्ल्यूडी ने सर्वे शुरू कर दिया है। सोमवार से एलाइनमेंट का खाका तैयार होगा। नहर के रास्ते 62 किमी की दूरी तय करनी होगी।
कानपुर। पनकी नहर से लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे को जोड़ने की तैयारी तेज हो गई है। पीडब्ल्यूडी ने सर्वे शुरू कर दिया है। सोमवार से एलाइनमेंट का खाका तैयार होगा। नहर के रास्ते 62 किलोमीटर की दूरी तय कर एक्सप्रेस-वे पहुंचा जा सकता है। कमिश्नर के प्रस्ताव पर पीडब्ल्यूडी मुख्यालय ने सहमति जता दी है। सबकुछ ठीक रहा तो शहर के लोगों को एक और रास्ता मिल जाएगा। नाबार्ड से मिले फंड का विकल्प तैयार किया गया है। पुल के दोनों तरफ नहर अरौल के आगे तक जाती है।
दोनों तरफ 2-2 लेन बनाने के लिए जगह मुफीद मानी गई है। बिल्हौर और चौबेपुर के पास कुछ किसानों से जमीन अधिग्रहण का विकल्प रखा गया है। अब अधिशासी अभियंता के साथ तकनीकी टीम इसके एलाइनमेंट और डिजाइन का ब्लूप्रिंट तैयार करेगी। इसमें पुल से लिंक रोड की शुरुआत की जाएगी और इसे अरौल के पास नई लिंक रोड के साथ लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा।
पीडब्ल्यूडी अफसरों के मुताबिक इससे एक घंटे में एक्सप्रेस-वे तक पहुंचा जा सकता है। लिंक रोड को पनकी-कल्याणपुर के साथ चौबेपुर और बिल्हौर इलाके से भी जोड़ा जाएगा। लागत का भी आकलन किया जाएगा। लागत पांच सौ करोड़ से ज्यादा आएगी तो इसमें टोल की व्यवस्था भी लागू होगी। वैसे भी पीडब्ल्यूडी ने पहले ही पहले ही एक टोल की जरूरत बता दी है।
मंधना से उन्नाव हाईवे तक बैराज रोड फोरलेन होगी
मंधना से उन्नाव-लखनऊ हाईवे को जोड़ने के लिए गंगा बैराज रोड को फोरलेन किया जाएगा। कानपुर की तरफ 17 किलोमीटर तो उन्नाव की तरफ सात किलोमीटर सड़क फोरलेन होगी। पीडब्ल्यूडी ने इसकी मंजूरी दे दी है और अब डीपीआर और फाइनल डिजाइन बनाई जाएगी। सरैया रेलवे क्रासिंग पर फोरलेन पुल निर्माणाधीन है। इसी के ध्यान में रखते हुए मंधना से रायबरेली को स्टेट हाईवे घोषित किया गया है।
पीडब्ल्यूडी ने मंधना से सरैया तक 17 किलोमीटर फोरलेन के लिए 175.27 करोड़ की लागत का प्रस्ताव शासन को भेजा है। उन्नाव साइड के लिए 48 करोड़ का प्रस्ताव है। लागत इसलिए बढ़ी है क्योंकि पूरे रास्ते टूलेन का नई सतह नीचे से तैयार करनी होगी। इस प्रोजेक्ट को नाबार्ड से फंडिंग का प्रस्ताव किया गया है। रायबरेली तक स्टेट हाईवे का प्रस्ताव स्थगित कर दिया गया है।