अतीक की पत्नी शाइस्ता के खिलाफ लुकआउट नोटिस की तैयारी, उमेश पाल हत्याकांड में है फरार इनामी
उमेश पाल की हत्या में आरोपी शाइस्ता परवीन अब विदेश भी नहीं भाग पाएगी। उसके खिलाफ पुलिस लुकआउट नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है। शाइस्ता ने अपनी पहचान छिपाने के लिए फर्जी पते से कागजात बनवाए।
Shaista Parveen: उमेश पाल की हत्या में आरोपी शाइस्ता परवीन अब विदेश भी नहीं भाग पाएगी। उसके खिलाफ पुलिस लुकआउट नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है। पुलिस यह जांच कर रही है कि कहीं शाइस्ता ने फर्जी नाम पते से असलहे की तरह पासपोर्ट तो नहीं बनवा लिया था। इसके साथ ही उसके बेटे असद के खिलाफ भी जानकारी जुटाई जा रही है। अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पहली बार किसी हत्या के केस में अतीक के नाम नामजद हुई है। फरार शाइस्ता पर 25 हजार का इनाम घोषित हो चुका है। इनाम की राशि बढ़ाने की तैयारी चल रही है। इसके साथ ही पुलिस उसके फर्जीवाड़े की जांच कर रही है।
पुलिस को पता चला कि शाइस्ता ने अपनी पहचान छिपाने के लिए फर्जी पते से कागजात बनवाए। उसी पते पर रिवाल्वर, राइफल और डीबीबीएल के शस्त्र लाइसेंसी जारी कराए। इसका राज खुलने पर 2009 में कर्नलगंज थाने में शाइस्ता के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज किए गए। इन तीनों केस में शाइस्ता के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया। पुलिस और एलआईयू की टीमें जांच कर रही हैं कि कहीं शाइस्ता ने किसी दूसरे पते से फर्जीवाड़ा तो नहीं किया है। कुछ माह पहले अतीक के बेटे असद ने भी अपना पासपोर्ट बनवाने के लिए अलग-अलग पते से आवेदन किया था। पहले अतीक के पुश्तैनी मकान तो बाद में कसारी मसारी के पते से आवेदन किया। हालांकि उसका इन दोनों पते से पासपोर्ट नहीं बना। अब पुलिस लखनऊ के पते का सत्यापन कर रही है। इनामी मां-बेटे पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है।
शाइस्ता और असद संभालते थे बैठकों की कमान
उमेश पाल की हत्या से पहले अतीक के चकिया स्थित आवास पर ही बैठकें होती थीं। वहीं पर सभी शूटर और मददगार एकत्र होते थे। शाइस्ता और बेटा असद उसे लीड करते थे। 24 फरवरी को उमेश की हत्या के पहले कई बार चकिया में अतीक के आवास पर बैठक हुई थी और सभी को वहीं से निर्देश दिए गए। पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि सभी आरोपी अतीक के घर जाते थे। वहीं पर बैठक करते थे। अतीक के घर में आईफोन पर ग्रुप में वीडियो कॉल करते थे। अतीक के कहने पर ही असद अपने साथ गुलाम और उस्मान को लेकर बरेली जेल गया था। वहीं पर अशरफ से मुलाकात कराई थी। अशरफ ने अतीक को कॉल करके शूटरों की बात कराई थी।
पुलिस आयुक्त बोले, अभी ज्यादा खुलासा नहीं कर सकते
अतीक अहमदाबाद जेल में है। उसका भाई अशरफ बरेली, बेटा अली नैनी और बड़ा बेटा मो. उमर लखनऊ जेल में बंद हैं। अतीक का घर जमींदोज हो चुका है। किसी कंपनी या फैक्ट्री के बारे में कोई नहीं जानता। उसकी करोड़ों की प्रॉपर्टी को पुलिस पहले ही गैंगस्टर एक्ट में कुर्क कर चुकी है। ऐसे में सवाल उठना स्वभाविक था कि अतीक के पुराने ध्वस्त कार्यालय में 72 लाख रुपये कहां से आ गए। आखिर किसने इतने रुपये अतीक को दिए थे। क्या नफीस बिरयानी ने फंडिंग की थी या फिर किसी करीबी बिल्डर ने रुपये पहुंचाए थे। कई ऐसे सवाल हैं, जिसका जवाब मिलना बाकी है। इन सवालों पर मंगलवार को पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने कहा कि अभी आरोपी पकड़े गए हैं। ज्यादा जानकारी शेयर नहीं कर सकते हैं। ज्यादा खुलासा करने से विवेचना प्रभावित होगी।