यूपी में पासपोर्ट के लिए लंबा इंतजार, अप्वाइंटमेंट के लिए एक महीने आगे तक की तारीख क्यों?
पासपोर्ट के लिए लोगों को लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है। आवेदन के बाद अप्वाइंटमेंट के लिए लखनऊ से लेकर गोरखपुर, कानपुर वाराणसी में 15 दिन से लेकर एक महीने आगे तक की तारीख मिल रही है।
पासपोर्ट के लिए लोगों को लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है। आवेदन के बाद अप्वाइंटमेंट के लिए लखनऊ से लेकर गोरखपुर, कानपुर वाराणसी में 15 दिन से लेकर एक महीने आगे तक की तारीख मिल रही है। वहीं, तत्काल के लिए लखनऊ क्षेत्रीय पासपोर्ट सेवा केन्द्र से ठीक अगले दिन की तारीख मिल जा रही है।
पासपोर्ट के लिए लम्बी कतार की वजह अत्यधिक आवेदनों का आना है। रोजाना पांच हजार के आसपास आवेदन आ रहे हैं। लखनऊ पासपोर्ट सेवा केन्द्र से गोरखपुर, लखनऊ, वाराणसी और कानपुर पासपोर्ट केन्द्र आते हैं। इनके अलावा 30 पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केन्द्र भी आते हैं। पासपोर्ट दफ्तर के कर्मचारियों ने बताया कि लगातार ज्यादा आवेदन आने की वजह से 10 से 30 दिन तक आगे की तारीख मिल रही है। रोजाना हजारों की संख्या में पासपोर्ट के आवेदनों का निस्तारण भी किया जा रहा है।
कोविड के बाद अचानक बढ़े आवेदन कोविड काल के दौरान अन्तरराष्ट्रीय उड़ानें पहले बंद रहीं। इसके बाद सीमित संख्या में बबल एग्रीमेंट के अन्तर्गत उड़ानें शुरू हुईं। इस अवधि में पासपोर्ट आवेदनों की संख्या नीचे आ गई। अब कोविड का डर खत्म होने के बाद नौकरी, पढ़ाई और पर्यटन के लिए विदेश यात्रा करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। जिनके पासपोर्ट की अवधि कोविड काल में समाप्त हो गई थीा वे भी आवेदन कर रहे हैं। इसलिए आवेदनों की बाढ़ सी आ गई है।
एक माह में 85 हजार तक आ रहे आवेदन
गोरखपुर, लखनऊ, कानपुर और वाराणसी के पासपोर्ट केन्द्रों पर हर माह 80 हजार से अधिक आवेदन आ रहे हैं। अत्याधिक आवेदनों की वजह से दो माह लगातार शनिवार की छुट्टी में भी दफ्तर खुले और आवेदनों का निस्तारण किया गया।
पासपोर्ट के लम्बित मामलों की संख्या गुरुवार की शाम सात हजार के करीब थी। रोजाना बड़ी संख्या में निस्तारण भी होता है इसलिए यह संख्या घटती बढ़ती रहती है। इसमें पांच हजार के करीब डाक घर पासपोर्ट सेवा केन्द्र के प्रकरण हैं। 1900 सामान्य प्रकरण हैं।