MNNIT के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, कहा- लोकतंत्र, विविधता और संस्कार देश की ताकत
ओम बिरला ने कहा कि देश के नौजवान 21वीं सदी को भारत की सदी बनाएंगे। प्रयागराज की सराहना करते हुए कहा कि गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर स्थित प्रयागराज सभ्यता के प्रारंभ से ही ज्ञान का गढ़ रहा है।
मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) का 19वां दीक्षांत समारोह शनिवार को संपन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि देश के नौजवान 21वीं सदी को भारत की सदी बनाएंगे। प्रयागराज की समृद्ध विरासत की सराहना करते हुए कहा कि गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर स्थित प्रयागराज सभ्यता के प्रारम्भ से ही विद्या, ज्ञान और लेखन का गढ़ रहा है। प्रयागराज भारत का सबसे जीवंत बौद्धिक, राजनीतिक और आध्यात्मिक रूप से जागरूक शहर है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सूचना व प्रौद्योगिकी के इस युग में भारत के युवा अपने कार्य से देश और सम्पूर्ण विश्व के विकास में योगदान दे रहे हैं। भारत के युवा आज नए इनोवेशन के साथ स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं तथा समाज की चुनौतियों का समाधान खोज रहे हैं। आज पूरी दुनिया वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए भारत की ओर देख रही है। उन्होंने कहा कि भारत के युवा अपनी बौद्धिक क्षमता, कार्यकुशलता, नवाचार और संस्कारों के आधार पर पूरे विश्व में नेतृत्व दे रहे हैं। आपदा, संकट के समय भारत ने विश्व को नेतृत्व दिया है। वैश्विक महामारी के विरुद्ध भारत के प्रयासों की दुनिया के कई देशों ने सराहना की है। जलवायु परिवर्तन, शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, अंतरिक्ष, सुरक्षा, खेती, मजदूरी, जैसे विस्तृत क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान युवाओं को खोजने होंगे और इसके लिए विज़न होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि बदलते परिपेक्ष्य में भारत इनोवेशन और रिसर्च का केंद्र बन गया है। लोकतंत्र, विशालता, विविधता और संस्कार देश की ताकत है। अध्यात्म और संस्कृति के आधार पर विश्व को साथ लेकर चलना भारत की विशेषता है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि अमृत काल में भारत का भविष्य उसके युवा तय करेंगे। अगले 25 साल में भारत दुनिया के शिखर पर तभी पहुंचेगा जब देश हर सेक्टर में आगे बढ़े और इस दिशा में नौजवानों को नेतृत्व करना है। भारत के 21वीं सदी में देश के सभी आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपलआईटी और विश्वविद्यालय चुनौतियों के समाधान का केंद्र होंगे। यहां से निकले नौजवान स्किल्ड, कार्यकुशल और आत्मविश्वास से लबरेज होंगे। समारोह में 62 मेधावियों को मेडल प्रदान किए गए। इसमें स्नातकोत्तर छात्रों को 33 स्वर्ण पदक, स्नातक छात्रों को 16 स्वर्ण पदक और 13 प्रायोजित स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे। 1603 को डिग्री और 82 को पीएचडी की उपाधि दी गई।
देश के लिए काम करने की लें शपथः प्रो. विनोद
आईआईटी कानपुर में रसायन विज्ञान विभाग के चेयर प्रोफेसर और पद्मश्री से सम्मानित प्रो. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि हमारा देश विरोधाभासों से भरा है। हमारी कुल जनसंख्या का छठा हिस्सा गरीबी रेखा से नीचे है। लाखों लोग सेलफोन का उपयोग करते हैं, लेकिन बहुतों को गुणवत्तापूर्ण पेयजल उपलब्ध नहीं है। इसमें पैसा नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार एक बड़ी बाधा साबित हो रहा है।