यूपी के सरकारी स्कूल में अमिताभ बच्चन के लुक में कौन बनेगा सैकड़ापति, बच्चे ही नहीं बीएसए भी हॉट सीट पर बैठ चुके
बच्चों में सामान्य ज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने और विषयों का ज्ञान रोचक तरीके से देने के लिए शिक्षक जावेद आलम ने कुछ नया करने की सोची। कौन बनेगा करोड़पति की तर्ज पर कौन बनेगा सैकड़ापति शुरू किया है।
कौन बनेगा सैकड़ापति में आपका स्वागत है। नियम से तो आप वाकिफ ही होंगे। ...दस सवाल आपके कंप्यूटर स्क्रीन पर आएंगे और सभी सवालों का सही जवाब देने पर आपको मिलेंगे सौ रुपये। तो शुरू करते हैं तालियों के साथ कौन बनेगा सैकड़ापति? ...सौ रुपये का दसवां सवाल, ये रहा आपके कम्पयूटर स्क्रीन पर...। ऐसा नजारा हर शनिवार को महराजगंज के निचलौल क्षेत्र के रौतार प्राथमिक विद्यालय में होता है। मेगा स्टार अमिताभ बच्चन जैसी सफेद फ्रेंचकट दाढ़ी व सूट में स्टाइल में हाथ जोड़े आते हैं शिक्षक जावेद आलम और सामने बैठते हैं उनके विद्यालय के बच्चे।
बच्चों में सामान्य ज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने और विषयों का ज्ञान रोचक तरीके से देने के लिए शिक्षक जावेद आलम ने कुछ नया करने की सोची। फिर हर शनिवार को दोपहर बाद उन्होंने कौन बनेगा करोड़पति की तरह कौन बनेगा सैकड़ापति गेम कराने की सोची। अमिताभ बच्चन जैसा सूट पहन और सफेद फ्रेंचकट दाढ़ी चेहरे पर बनाकर पहली बार बच्चों के बीच पहुंचे तो वे बहुत खुश हुए। मेज पर दोनों तरफ कार्डबोर्ड के कम्प्यूटर और सवालों की लगने लगी झड़ी।
सवालों को लेकर संजीदा रहते हैं
एक्टिविटी बेस्ड लर्निंग और वेंट्रिलोक्विज्म इन टीचिंग का प्रयोग कर चुके शिक्षक जावेद आलम ने सैकड़ापति शुरू किया तो सवालों को लेकर संजीदा रहने लगे। शनिवार को होने वाले गेम की तैयारी सोमवार से ही करने लगते हैं। बच्चों के स्तर के सामान्य ज्ञान के सवालों के साथ ही हिन्दी, गणित, अंग्रेजी आदि विषयों के स्तरीय सवालों का बैंक तैयार करते हैं और आसान से शुरू कर कठिन सवालों तक पहुंचते हैं। बच्चों को लाइफ लाइन भी देते हैं।
जब बच्चे जीतते हैं सौ रुपये, तो होती है बहुत खुशी
शिक्षक जावेद कहते हैं कि कार्डबोर्ड में सौ का नोट मढ़कर वे लाते हैं। तीन बच्चों ने सभी दस सवालों का जवाब देकर सौ रुपये जीता है। इन बच्चों की जीत से सबसे अधिक खुशी उन्हें होती है और पुरस्कार आदि की व्यवस्था वे खुद करते हैं।
पूर्व बीएसए भी शामिल हुए थे शो में, जीते थे सौ रुपये
शिक्षक जावेद आलम के शो के बारे में जानकारी के बाद पूर्व बीएसए आशीष कुमार सिंह एक शनिवार को अचानक विद्यालय पहुंच गए। सैकड़ापति का सेट सजा था। बीएसए खुद हाट सीट पर बैठ गए। सवालों का सामना शुरू किया।
एक बार लाइफ लाइन के रूप में अपनी पत्नी से फोन अ फ्रेंड की सहायता भी ली और सभी दस सवालों का जवाब देकर सौ रुपये का सर्वोच्च पुरस्कार जीता। इससे खुश पूर्व बीएसए ने इनाम की राशि के साथ इतनी ही राशि अपने पास से बच्चों के लिए विद्यालय को दे दी।
वरिष्ठ डायट प्रवक्ता चयनित हो गए हैं जावेद
निचलौल कस्बा निवासी शिक्षक जावेद आलम होनहार हैं। अपने नए प्रयोग को लेकर जिले में चर्चित जावेद पीसीएस 2022 में सफलता हासिल कर वरिष्ठ डायट प्रवक्ता पद पर चयनित हुए हैं। फिलहाल अभी रौतार विद्यालय में हैं और बच्चों के सबसे लोकप्रिय शो कौन बनेगा सैकड़ापति को जारी रखे हैं। वह कहते हैं कि कुछ नया करने की कोशिश के तहत यह गेम शुरू किया। इससे बच्चों में पढ़ने और सामान्य ज्ञान के प्रति रुचि बढ़ी है।