आज पहली बार घरों पर लगेंगी आरएसएस की कुटुम्ब शाखाएं, होगी प्रार्थना
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के इतिहास में पहली बार रविवार की शाम साढ़े पांच बजे स्वयंसेवक अपने-अपने घरों में परिवार के साथ शाखा लगाएंगे और संघ प्रार्थना करेंगे। कोरोना लॉकडाउन के...
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के इतिहास में पहली बार रविवार की शाम साढ़े पांच बजे स्वयंसेवक अपने-अपने घरों में परिवार के साथ शाखा लगाएंगे और संघ प्रार्थना करेंगे। कोरोना लॉकडाउन के बीच एक प्रयोग के तौर पर सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी के आह्वान पर ये शाखाएं लगाई जाएंगी।
प्रांत सम्पर्क प्रमुख अरूण मल्ल ने बताया कि देश भर में करीब 50 लाख परिवारों के इससे जुड़ने की सम्भावना है। वैसे संघ की शाखाएं मैदान में लगती हैं। इनमें सूर्य नमस्कार,योग,व्यायाम के नियमित अभ्यास के साथ ही प्रार्थना भी होती है। कोरोना लॉकडाउन की वजह से एक महीने से मैदान में शाखाएं नहीं लग पा रहीं हैं। इस बीच कहीं-कहीं से कुछ स्वयंसेवकों द्वारा घर पर अपने परिवार के साथ शाखा लगाए जाने की सूचनाएं आईं। एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि मूल लक्ष्य में बिना कोई परिवर्तन किए समय, काल और परिस्थिति के अनुसार संघ बदलावों को अपनाता रहा है। यही वजह है कि 95 वर्षों बाद भी संघ विश्व का सबसे बड़ा संगठन बना हुआ है। स्वयंसेवकों के गणवेश में परिवर्तन भी परिस्थितियों के अनुसार किया गया ऐसा ही एक बदलाव था।
फोन पर दे रहे एक-दूसरे को सूचना
घर पर शाखा और प्रार्थना की जानकारी संघ के स्वयंसेवक फोन पर एक-दूसरे को दे रहे हैं। शहर से लेकर गांव तक स्वयंसेवकों को इस बारे में बताने के साथ ही यह भी आग्रह किया जा रहा है कि वे कुटुम्ब शाखा या प्रार्थना की फोटो, वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट न करें। शाखा और प्रार्थना के बारे में सूचनाएं नगर स्तर पर जुटाकर, भाग कार्यवाह, विभाग कार्यवाह, प्रांत कार्यवाह, क्षेत्र कार्यवाह फिर केंद्रीय कार्यालय को भेजी जाएंगी।