जानिए अखिलेश यादव ने क्यों कहा 35 दिनों तक चले विधानसभा
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि केवल 5 या 6 दिन के विधानसभा के बजट सत्र में आम जनता के मुद्दों पर चर्चा नहीं हो सकेगी। कम से कम 35 दिनों तक सत्र चलाया जाए।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि केवल 5 या 6 दिन के विधानसभा के बजट सत्र में आम जनता के मुद्दों पर चर्चा नहीं हो सकेगी। कम से कम 35 दिनों तक सत्र चलाया जाए। बजट सत्र लम्बा चलना चाहिए ताकि विस्तार से बजट पर चर्चा हो।अखिलेश यादव ने सपा विधानमंडल दल की बैठक में यह बात कही। असल में विधायकों द्वारा यह मुद्दा उठाए जाने पर उन्होंने इसका समर्थन किया और कहा कि यह मुद्दा सदन में प्रमखता से उठाया जाएगा।
बैठक में सदन के बजट सत्र की रणनीति पर चर्चा की गई। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में प्रदेश हर क्षेत्र में पिछड़ता चला गया है। भाजपा के सभी वादे झूठे निकले हैं। भाजपा सरकार ने बिजली का बिल आधा करने का वादा किया, जिसके सापेक्ष विद्युत आपूर्ति ही आधी रह गई है। फिक्सरेट पर बुनकरों को बिजली देने का काम समाजवादी सरकार ने किया था, भाजपा उनके साथ अन्याय कर रही है। गरीबों के घरों को बुलडोजर से तोड़ा जा रहा है। निर्दोषों को झूठे केसों में फंसाया जा रहा है। भाजपा सरकार विपक्षी दलों विशेष कर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं नेताओं को विधानसभा चुनाव के बाद फर्जी मुकदमें लगाकर परेशान कर रही है।
पीपीपी मॉडल पूरी तरह विफल साबित हुआ है। विगत पांच वर्षों में भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार को ही बढ़ावा दिया है। समाजवादी सरकार के कामों को अपना बताने के अलावा भाजपा सरकार ने कुछ नहीं किया है। उसने सिर्फ नाम बदलने और अपने नाम के पत्थर लगाने को ही विकास समझा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा जनता से जुड़े मुद्दों का सामना नहीं करना चाहती है। उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र पर तानाशाही थोपने का काम हो रहा है। भाजपा ने नैतिकता को त्याग दिया है। जनता को भरमाने के लिए वाराणसी का मुद्दा उछाला जा रहा है। सद्भाव से जनता न रहे इसलिए आरएसएस-भाजपा सरकारें जनहित के कामों से परहेज करती है और नफरत को बढ़ावा देती है।