गुर्दे में बना रहे पथरी, छोटे बच्चों के लिए कितना खतरनाक फास्ट फूड और कोल्ड ड्रिंक?
पैकेटबंद नमकीन, कोल्ड ड्रिंक, फास्ट फूड और अन्य चटपटे खानपान से छोटे बच्चों के गुर्दों में पथरी बन रही है। इन चीजों में नमक-मीठा ज्यादा होने से गुर्दे में जमा हो रहा कैल्शियम पथरी बना रहा है।
Side effects of fast food: पैकेटबंद नमकीन, कोल्ड ड्रिंक, फास्ट फूड और अन्य चटपटे खानपान से छोटे बच्चों के गुर्दों में पथरी बन रही है। इनमें नमक-मीठा ज्यादा होने से गुर्दे में जमा हो रहा कैल्शियम पथरी बना रहा है, जो एक बार ऑपरेशन के बाद भी दोबारा बन जा रही है। पीजीआई यूरोलॉजी विभाग की ओपीडी में एक साल के अंदर 250 से अधिक बच्चों की स्क्रीनिंग में यह तथ्य सामने आए हैं।
हर माह आ रहे पथरी वाले 30 बच्चे
यूरोलॉजी विभाग प्रमुख डॉ. एमएस अंसारी ने बताया कि पैकेट बंद और चटपटे खानपान और आरामदेह जीवन शैली से बच्चों के गुर्दे में पथरी के मामले काफी बढ़े हैं। ओपीडी में गुर्दे में पथरी वाले हर महीने 25 से 30 बच्चे आ रहे हैं। पांच साल पहले तक यह संख्या इसकी आधी होती थी। इनमें अधिकांश की उम्र पांच से 12 साल के बीच है। हर माह 10 से अधिक बच्चों की सर्जरी करनी पड़ रही हैं। इनमें कई बच्चों में एक से अधिक पथरी, ऑपरेशन के बाद दोबारा पथरी बनने के मामले भी सामने आए हैं।
चटपटी चीजों के खाने से बढ़ी दिक्कतें
डॉ.एमएस अंसारी का कहना है कि चिप्स, कुरकुरे, कोल्ड ड्रिंक और पैकेट बंद फास्ट फूड या अन्य चटपटी चीजें खाने से समस्या बढ़ रही है। बच्चे ये चीजें बाहर तो खाते रहते हैं अब घरों में भी इनका सेवन अधिक हो रहा है। इनमें नमक की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। चीनी भी मानक से अधिक होती है। बच्चों के खेलने कूदने की गतिविधियां काफी कम हो गई हैं। इससे गुर्दे में कैल्शियम जमा हो जाता है जो बाद में पथरी बन जाता है। इनके पेशाब में भारी मात्रा में कैल्शियम, ऑक्सालेट और फास्फोरस निकल रहा है। डॉ.एमएस अंसारी का कहना है कि किसी के गुर्दे में पथरी है तो अनदेखी कतई न करें। डॉक्टर की सलाह लें क्योंकि करीब 15 फीसदी मामलों में गुर्दा खराब होने की वजह पथरी ही होती है।
गांवों के बच्चों में पथरी का कारण फॉस्फोरसयुक्त पानी
डॉ.अंसारी ने बताया कि ग्रामीण बच्चों में पथरी बनने का कारण फॉस्फोरसयुक्त पानी और लगातार एक जैसी सब्जियों का सेवन है। सब्जियों में ऑक्सालेट ज्यादा पाया जाता है। इससे भी गुर्दे में पथरी बनती है। ओपीडी में आने वाले ग्रामीण इलाकों के करीब 15 फीसदी बच्चों में ये कारण सामने आए हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी जिलों में फॉस्फोरसयुक्त पानी के सेवन से बच्चों में पथरी ज्यादा बन रही है।
लक्षण
- पीठ के निचले हिस्से और पेट में तेज दर्द
- पेशाब में कैल्शियम और खून आना
- मितली या उलटी आना
- बुखार और ठंड लगना
- पेशाब से दुर्गन्ध आना
कारण
- नमकीन खाद्य पदार्थों का सेवन
- ज्यादा मीठा खाना
- फॉस्फोरस युक्त पानी का सेवन
- एक जैसी सब्जियों का सेवन
- मोटापा, संक्रमण और अनुवांशिक