अमेरिका के साथ रिसर्च करेगा सीएसजेएमयू, पहले चरण में ऑप्टोमेट्री, बायोटेक्नोलॉजी और कृषि के क्षेत्र में होगा शोध
CSJMU के टीचर-स्टूडेंट अब अमेरिका के साथ मिलकर रिसर्च करेंगे। पहले चरण में ऑप्टोमेट्री, बायोटेक्नोलॉजी और कृषि के क्षेत्र में शोध होगा। इसे लेकर इंटर अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी के साथ समझौता हुआ है।
छत्रपति साहूजी महाराज विश्वविद्यालय के शिक्षक-छात्र अब अमेरिका के साथ मिलकर रिसर्च करेंगे। पहले चरण में ऑप्टोमेट्री, बायोटेक्नोलॉजी और कृषि के क्षेत्र में शोध होगा। इसे लेकर बुधवार को सीएसजेएमयू और अमेरिका की इंटर अमेरिकन यूनिवर्सिटी ऑफ प्यूर्टो रिको में एक समझौता हुआ है। पहली बार अमेरिकी विश्वविद्यालय के अधिकारी समझौता करने कानपुर आए हैं।
सीएसजेएमयू के सेंटर ऑफ एकेडमिक में बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक, प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी और अमेरिकी विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो. राफेल रामिरेज रिवेरा और चांसलर डॉ. जुआन नेग्रोन ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया। प्रो. राफेल और डॉ. जुआन ने अमेरिकी विवि का इतिहास, कैंपस के साथ कई कोर्स के बारे में जानकारी दी। सीएसजेएमयू से डॉ. गौरव कुमार ने विवि में चल रहे कोर्स की जानकारी दी। इस मौके पर डीन प्रशासन प्रो. सुधांशु पांडिया, सीडीसी निदेशक प्रो. आरके द्विवेदी, प्रो. संदीप कुमार सिंह, डॉ. विशाल शर्मा, डॉ. आलोक अरुण रहे।
छात्रों को मिलेगी स्कॉलरशिप
विवि कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक के आग्रह के बाद एक समझौता हुआ कि विवि से स्नातक करने वाले छात्र-छात्राएं अगर अमेरिकी विवि में मास्टर ऑफ साइंस करने जाते हैं तो उन्हें स्कॉलरशिप मिलेगी। फैकल्टी एक्सचेंज को लेकर भी समझौता हुआ है। दोनों विवि मिलकर अत्याधुनिक तकनीक व जरूरतों के आधार पर सेमिनार करेंगी। अगले चरण में स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम को भी लागू किया जाएगा।