मुंबई एयरपोर्ट की तरह दिखेगा यूपी का यह रेलवे स्टेशन, 712 करोड़ से होगा कायाकल्प
रेलवे स्टेशनों को बेहतर लुक देने की कवायद पूरे देश में हो रही है। खासकर बड़े स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है। इसी मुहिम में यूपी के कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन का नाम भी जुड़ा है।
रेलवे स्टेशनों को बेहतर लुक देने की कवायद पूरे देश में हो रही है। खासकर बड़े स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है। इसी मुहिम में यूपी के कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन का नाम भी जुड़ा है। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो कानपुर सेंट्रल को विश्वस्तरीय बनाने के लिए नवंबर से काम शुरू हो जाएगा। 712 करोड़ रुपये से होने वाले कार्यों के लिए टेंडर मांगे गए हैं। टेंडर 31 अक्तूबर को खुलेंगे। कानपुर सेंट्रल स्टेशन का नजारा मुंबई एयरपोर्ट की तरह दिखेगा। घंटाघर चौराहे से सीधे पोर्टिको तक पहुंचने के लिए रिजर्व कॉरिडोर होगा। सिटी और कैंट साइड स्टेशन का लुक भी बदल जाएगा।
एयरपोर्ट की तरह पार्किंग तो होगी ही, साथ ही शापिंग कांम्प्लेक्स भी परिसर में होगा। वहीं बताया गया कि सेंट्रल स्टेशन के रीडेवलपमेंट करने की इच्छुक पांच कंपनियों ने अगस्त में कानपुर आकर विभागीय अफसरों संग मंत्रणा की थी। स्थलीय निरीक्षण के बाद रेलवे से समय मांगा था, इस कारण टेंडर प्रक्रिया की तिथि बढ़ा दी है।
कानपुर सेंट्रल स्टेशन 20 लाख रुपये की लागत से ब्रिटिश काल में बना था। इसको बनाने का काम मार्च-1928 में शुरू हुआ और मार्च-1930 में बनकर चालू हो गया था।
ये काम हैं प्रस्तावित
- सिटी साइड थ्री स्टार होटल कम मॉल
- 250 वाहनों की रिजर्व पार्किंग
- एक परिसर में जनरल कम रिजर्वेशन सेंटर
- 200 यात्रियों की क्षमता वाला मुसाफिरघर
- घंटाघर से पोर्टिको तक रिजर्व कॉरिडोर
- पोर्टिको से सीधे हैरिसगंज पुल को आउट लेन
- आटोमैटिक टिकट वेडिंग मशीनें हर प्लेटफार्म पर
- बुजुर्गों के लिए बैटरीचालित मोट्रर ट्राली
- प्रवेश गेट पर ट्रेन शेड्यूल डिस्प्ले बोर्ड
दो साल में पूरे होंगे काम
एनसीआर के सीपीआरओ डा. शिवम शर्मा ने बताया कि कानपुर सेंट्रल के रीडेवलपमेंट के लिए 31 अक्तूबर को टेंडर खुलेंगे। दो साल के भीतर सारा काम पूरा हो जाएगा। कानपुर सेंट्रल पर विश्वस्तरीय स्टेशनों जैसी सुविधाएं होंगी।
प्रयागराज स्टेशन के लिए पांच कंपनियों ने डाला टेंडर :
एनसीआर के प्रयागराज स्टेशन के रीडेवलपमेंट को पांच कंपनियों ने टेंडर डाला है। इनके टेंडर ओपेन हो चुके हैं, अब कंपनियों की तकनीकी और हैसियत की जांच चल रही है। करोड़़ों की लागत से होने वाले रीडेवलपमेंट कार्य करने को अशोका बिल्डकॉन लिमिटेड नासिक, डीएफसी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड प्रोजेक्ट लिमिटेड हैदराबाद, यूआरसी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ईरोड, गिरधारी लाल कंस्ट्रक्शन दिल्ली और दिनेश चंद्र आर अग्रवाल,इंफ्राकॉन प्राइवेट लिमिटेड अहमदाबाद ने टेंडर डाले हैं।