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कानपुर में हैलट से दवा व सर्जरी उपकरणों की चोरी का भंडाफोड़, मरीजों के लिए भी नहीं छोड़ी

कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने गुरुवार को हैलट इमरजेंसी और ऑर्थोपेडिक विभाग में छापा मारकर सर्जरी के उपकरण और दवा चोरी के रैकेट का भंडाफोड़ किया। चोरी का सामान बाहर बेचा जा रहा था।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान टीम, कानपुरFri, 25 Nov 2022 06:30 AM
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कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने गुरुवार को हैलट इमरजेंसी और ऑर्थोपेडिक विभाग में छापा मारकर सर्जरी के उपकरण और दवा चोरी के रैकेट का भंडाफोड़ किया। चोरी की दवाओं और उपकरणों को मेडिकल स्टोरों में बेचा जाता था। करीब एक लाख रुपये के सर्जरी के सामान संग ऑक्सीजन प्लांट कर्मचारी को धरा गया। उसके खिलाफ स्वरूप नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। चोरी का सामान बेचने में दो वार्ड ब्वॉय को बर्खास्त किया गया है। कार्रवाई की जद में आए तीन में से दो भाई हैं।

डॉ. संजय काला को इसकी लगातार शिकायतें मिल रही थीं। सूचना पुख्ता होते ही अन्य डॉक्टरों के साथ छापेमारी की। कर्मचारियों को रोककर चेकिंग कराई तो होश उड़ गए। ऑक्सीजन प्लांट के अंदर कई बैग व बोरों में सर्जरी में उपयोग होने वाला वीगो, कैथेटर, यूरो बैग, ड्रीप सेट समेत अन्य सामान व दवाएं बरामद हुईं। प्लांट संचालक अखिल इंटरप्राइजेज का कर्मचारी मनु लेकर जा रहा था। उसके पास से बरामद बैग में दवा व सर्जरी का सामान मिलने पर पुलिस को सौंप दिया गया। ऑर्थोपेडिक विभाग में कार्यरत वार्ड ब्वॉय मनु के भाई अनु और बाल रोग में कार्यरत वार्ड ब्वॉय सिकंदर की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।  

छह दिन एकत्र कर मेडिकल स्टोर में बेचते 
ऑर्थोपेडिक के बगल में ही ऑक्सीजन प्लांट है। मनु वहीं रहता था। उसका भाई अनु ऑर्थोपेडिक विभाग में काम करता था इसलिए दोनों मिलकर धीरे-धीरे छह दिन दवा चुराते थे। फिर बैग में रखकर उसे मेडिकल स्टोरों को बेचते थे। इस काम में सिकंदर मदद करता था। पुलिस की पूछताछ में मनु ने कई मेडिकल स्टोरों को दवा बेचने की बात स्वीकारी है। 

मरीजों की दवाएं तक नहीं छोड़ीं
तीनों शातिर वार्डों में भर्ती मरीजों की भी दवा चुराते थे। उनके पास से कई बीटाडीन दवा भी मिली है। इसका सीरियल नंबर सरकारी नहीं है। मरीजों की दवाएं भी चुराकर स्टॉक करते थे। तीनों कई वार्डों में चोरी कर रहे थे। 

अब दवाओं का होगा ऑडिट
डॉ. काला ने बताया कि चोरी के शक में कितनी दवा व सर्जिकल सामान स्टोर से भेजा गया, वार्डों को मिला और कितना खर्च हुआ। इसका रजिस्टर बनाया जा चुका है। अब सभी विभागों को मिलान करने का आदेश दिया गया है। जल्द ही गिरोह में शामिल कई अन्य नाम भी सामने आएंगे। 

मेडिकल कॉलेज प्राचार्य, डॉ. संजय काला ने कहा कि बड़े पैमाने पर सरकारी दवा व सर्जिकल सामान चोरी का मामला सामने आया है। प्लांट कर्मचारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर दो वार्ड ब्वॉय बर्खास्त किए गए हैं। कई अन्य कर्मचारियों के शामिल होने व मेडिकल स्टोरों के दवा खरीदने की बात सामने आई है। उन पर जल्द कार्रवाई होगी।

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