राधा रानी पर बयान पड़ रहा भारी, कथावाचक प्रदीप मिश्रा को ब्रज में नहीं घुसने देंगे, बरसाना में हुई महापंचायत में ऐलान
कथावाचक प्रदीप मिश्रा के राधा रानी को लेकर दिये बयान का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को बरसाना में साधु संतों की महापंचायत हुई। इसमें प्रदीप को ब्रज क्षेत्र में नहीं घुसने देने का ऐलान हुआ।
कथावाचक प्रदीप मिश्रा के राधा रानी को लेकर दिये बयान का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को ब्रज तीर्थ देवालय न्यास की ओर से गहवर वन के रास मंडप में महापंचायत की गई। इसमें ब्रज के साधु संत व ब्रजवासियों ने मिश्रा को ब्रज में नहीं घुसने देने का ऐलान किया। प्रदीप मिश्रा द्वारा राधारानी के प्रति टिप्पणी करने के मामले में बार-बार तहरीर देने के बावजूद मुकदमा नहीं लिखने के विरोध में साधु संत व ब्रजबासियों में उबाल भी दिखाई दिया है। जल्द मुकदमा दर्ज नहीं होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी गई है। महापंचायत में मथुरा, वृंदावन, बरसाना, गोकुल, दाऊजी, राधाकुण्ड, गोवर्धन, जतीपुरा, महावन, नन्दगांव, गाजीपुर, संकेत आदि जगह से साधु संत व ब्रजवासियों ने बड़ी संख्या में भागीदारी की।
यहां पद्मश्री रमेश बाबा ने कहा कि अस्वस्थ होने के चलते ज्यादा नहीं बोल सकता। बस इतना कहना चाहूंगा जो ब्रजबासी निर्णय लेंगे उसमें संग हूं। श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के वरिष्ठ सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने कहा ब्रजराज की अधिष्ठात्री देवी का अपमान हो रहा है। हम सबका सम्मान कर करते हैं। अगर कोई साधु कालनेमि बनकर आया है तो उसका मुकाबला करेंगे। गो रक्षक दल के चंद्रशेखर बाबा ने कहा पंचायत आदेश दे तो ऐसे आततायी को उसके घर से उठाकर उसका मानमर्दन कर देंगे। नगर पंचायत चेयरमैन प्रतिनिधि पद्म फौजी ने कहा कि प्रदीप मिश्रा का ब्रज में प्रवेश नहीं होना चाहिए। हरिमोहन गोस्वामी ने कहा कि राधाकृष्ण के सम्बंध को विच्छेद करने वाला ब्रह्मा की आयु के बराबर नर्क का भागी बनता है।
आचार्य बद्रीश ने कहा व्यास गद्दी का तीनों लोकों में सम्मान है। कृष्णानंद महाराज ने कहा कि यहां व्यास गद्दी से अनर्गल बात करने वालों के खिलाफ रणनीति बननी चाहिए। रमाकान्त गोस्वामी ने कहा कि व्यास गद्दी पर बैठने से पहले उसकी मर्यादा का पालन करना चाहिए। ऐसे लोगों को यहां राधारानी व ब्रजवासियों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि प्रदीप मिश्रा पर शीघ्र मुकदमा नहीं लिखा तो उग्र आंदोलन होगा। इसमें गोपेश बाबा, गोवर्धन चेयरमैन प्रतिनिधि मनीष लंबरदार, भाजपा नेता प्रेम श्रोत्रिय, बैकुंठनाथ पाण्डेय, रमाकान्त गोस्वामी, पंडित बाबा, कपिलदेव कार्ष्णि नागेंद्र महाराज, शिवराम महाराज, सुनील सिंह, किशोरी गोस्वामी आदि रहे। संचालन आरके पांडेय ने किया।