कोरोना को लेकर यूपी के अस्पतालों में अलर्ट, जांच और स्क्रीनिंग तेज करने के निर्देश
यूपी में स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। एहतियातन सभी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों की भर्ती से लेकर जांच तक की पुख्ता व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।
चीन समेत दूसरे देशों में कोरोना का प्रकोप बढ़ने लगा है। इसके मद्देनजर यूपी में स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। एहतियातन सभी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों की भर्ती से लेकर जांच तक की पुख्ता व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। अभी भी राजधानी में रोजाना एक-दो लोग कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं जबकि 500 से 700 लोगों की जांच हो रही है। ऑपरेशन से पहले कोरोना के लक्षण वालों की जांच कराई जा रही है। ज्यादातर पुरानी बीमारी से पीड़ित मरीज ही पॉजिटिव आ रहे हैं।
अस्पतालों को चौकन्ना रहने के निर्देश
स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। जितने भी मरीज पॉजिटिव आएंगे अब उनकी जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाएगी। केजीएमयू समेत दूसरे वैज्ञानिकों संस्थानों में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा है। इसके अलावा आरटी-पीसीआर जांच बढ़ाने के लिए कहा गया है।
यात्रियों की जांच व स्क्रीनिंग होगी
कोरोना प्रभावित देशों से लौटे यात्रियों की जांच कराई जाएगी। उनकी सूची तैयार आईसोलेशन में रखा जाएगा। कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आने वाले अधिक से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि सभी सरकारी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है। लक्षण के आधार पर जांच करें।
यहां होगी भर्ती की व्यवस्था
लोहिया संस्थान 200, बलरामपुर 300, लोकबंधु 200, केजीएमयू 460 और पीजीआई में 240 बेड पर कोरोना संक्रमितों की भर्ती की जा सकेगी। इन अस्पतालों में करीब 1400 बेड हैं। इसमें 200 से अधिक आईसीयू-वेंटिलेटर बेड भी शामिल हैं। चरणबद्ध तरीके से अस्पतालों को कोविड मरीजों के लिए आरक्षित किए जाएंगे। इन अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति की पुख्ता व्यवस्था है। केजीएमयू में सात लिक्विड ऑक्सीजन टैंक हैं। इसमें पांच की क्षमता 20-20 हजार लीटर की है। जबकि एक 10 हजार लीटर का है। 1800 बड़े व 600 बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर हैं। लोहिया में 20 हजार लीटर का एक लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट शहीद पथ अस्पताल में लगा है। लोकबंधु, बलरामपुर समेत बाकी अस्पतालों में दो-दो ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगे हैं। 1300 ऑक्सीजन के बड़े सिलेंडर हैं। 200 से अधिक अॅक्सीजन कनसनट्रेटर हैं। महानगर बीआरटी अस्पताल में दो ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट हैं। चिनहट के गांधी अस्पताल में भी ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट व कनसनट्रेटर हैं।
अस्पतालों में पुख्ता व्यवस्था
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि कोरोना से मुकाबले के लिए अस्पताल तैयार हैं। जांच से लेकर मरीजों की भर्ती तक की व्यवस्था पुख्ता है। वेंटिलेटर व ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं का स्टॉक भी पर्याप्त है। एम्बुलेंस सेवाओं को भी चौकन्न रहने के लिए कहा गया है। 24 घंटे कंट्रोल रूम का संचालन होगा। केजीएमयू में हर हफ्ते करीब 200 जीनोम सिक्वेंसिंग जांच हो सकती है।
लोग रहे सतर्क
सीएमओ ने कहा कि जांच व इलाज की व्यवस्था तो पुख्ता है। पर, लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। भीड़ भाड़ में जाने से बचें। मास्क का इस्तेमाल करें। लोगों को हाथ मिलने से बचें। सर्दी-जुकाम, बुखार जैसे लक्षण नजर आने पर खुद को आईसोलेट करें। कोविड की जांच कराने में संकोच न करें। सभी सरकारी अस्पतालों में कोविड की मुफ्त जांच हो रही है। सामाजिक दूरी का पालन करें। हाथों को समय-समय पर सैनेटाइज करें।
अभी ये हैं हालात
लोगों ने मास्क लगाना बिलकुल छोड़ दिया है। बिना मास्क के लोग सफर कर रहे हैं। बाजारों में जा रहे हैं। मॉल में घूम रहे हैं। हालात यह हैं कि अस्पतालों में भी लोग बिना मास्क आ रहे हैं। इससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। सैनेटाइजेशन का काम भी ठप है। कोविड जांच व टीकाकरण की रफ्तार भी एकदम थम गई है। लोग सामाजिक दूरी का भी पालन नहीं कर रहे हैं।
-छह दिसंबर को करीब 33 माह बाद लखनऊ कोरोना मुक्त हुआ था। उस दिन कोई भी एक्टिव केस नहीं था
-11 मार्च 2020 को लखनऊ कोरोना वायरस ने दस्तक दी थी
-कोरोना वायरस 2701 मरीज की जान ले चुका है
-अब तक 3,06403 नमूनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है
-74.60 लाख नमूनों की जांच हो चुकी है
-कोविड की दूसरी लहर में 81 अस्पताल में मरीजों के इलाज की सुविधा थी
-कोविड की दूसरी लहर (अप्रैल) में एक दिन में 6400 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
टीकाकरण
-4085402 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है
-3643828 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लग चुकी है
-928155 लोगों को बूस्टर डोज लग चुकी है
-रोजाना 100 से 150 लोग बूस्टर डोज लगवा रहे हैं।
-अब मुफ्त टीकाकरण बंद है, बूस्टर डोज लग रही