नेपाली पुलिस ने सोनौली सीमा पर भारतीय पर्यटकों को रोककर मांगा ये सर्टिफिकेट, जानिए फिर क्या हुआ
भारत-नेपाल की सोनौली सीमा से नेपाल प्रशासन ने भारतीय पर्यटकों का प्रवेश शुक्रवार को रोक दिया। नेपाल जा रहे गुजरात के 50 पर्यटकों को वापस कर दिया गया। ये सभी पर्यटक नेपाल के लुम्बिनी व काठमांडू के...
भारत-नेपाल की सोनौली सीमा से नेपाल प्रशासन ने भारतीय पर्यटकों का प्रवेश शुक्रवार को रोक दिया। नेपाल जा रहे गुजरात के 50 पर्यटकों को वापस कर दिया गया। ये सभी पर्यटक नेपाल के लुम्बिनी व काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर के लिए निकले थे। इसके साथ ही नेपाल पुलिस ने भारत में कोरोना केस बढ़ने के कारण सीमा पर कड़ाई शुरू कर दी है। नेपाल काठमांडू व पोखरा जाने वाले स्थानीय भारतीय पर्यटकों को भी सरहद से वापस किया जा रहा है।
शुक्रवार को गुजरात के अहमदाबाद से 50 की संख्या में पर्यटकों का समूह नेपाल के धार्मिक स्थलों के लिए सोनौली पहुंचा। वहां बस की पार्किंग कर ये सभी पैदल ही नो मेंस लैंड पार कर नेपाल जाने लगे। लेकिन सरहद पर पहुंचते ही नेपाल में इन पर्यटकों को बिना कोविड सर्टिफिकेट एंट्री देने से मना करते हुए सभी को भारतीय क्षेत्र में वापस भेज दिया गया। इसके अलावा नेपाल प्रशासन ने महाराष्ट्र, दिल्ली सहित दूर-दूर से पहुंचे अन्य पर्यटकों को भी सीमा से लौटा दिया। नेपाल पुलिस ने सीमा पर लोगों से पूछताछ बढ़ा दी है।
भोले की नगरी में होली खेलने की इच्छा थी
अहमदाबाद से नेपाल घूमने आए रंजन कुमार और शीला का कहना था कि उन्हें पता था कि बॉर्डर खुला है। पैदल आने-जाने दे रहे हैं। भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए गुजरात से चलकर यहां पहुंचे हैं। लौटा दिए जाने से बहुत निराशा हुई। हम सभी की इच्छा भोले की नगरी काठमांडू में होली मनाने की थी।
अब व्यापारियों की बोहनी मुश्किल होगी
व्यापार मण्डल नौतनवा तहसील अध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने कहा कि एक वर्ष से सीमा बंद है। व्यापार वैसे ही चौपट हो गया है। पैदल यात्रियों के आने-जाने से कुछ राहत मिल रही थी लेकिन अब ऐसा हुआ तो बोहनी भी मुश्किल हो जाएगी। वहीं टूर एंड ट्रैवेल्स संचालक श्रीचंद्र गुप्ता का कहना है कि एक वर्ष बाद कुछ यात्री नेपाल की ओर निकले थे। जिस तरह यात्रियों को वापस किया गया, उससे भारतीय पर्यटक नेपाल जाने से कतराएंगे।
बैठक में निर्णय लिया जाएगा
सिद्धार्थ होटल एसोसिएशन लुम्बिनी के अध्यक्ष सीपी श्रेष्ठ ने बताया कि अर्थमंत्री विष्णु पौडेल ने गुरुवार को काठमांडू में प्रेसवार्ता कर बताया था कि कोविड की दूसरी लहर के कारण सीमा बंद नहीं होगी और आवागमन चालू रहेगा। लेकिन कुछ शर्तों का पालन करना होगा। यात्रियों को रोके जाने को लेकर डीएम की पर्यटन से जुड़े लोगों की बैठक होगी। उसके बाद इस संबंध में स्पष्ट निर्णय लिया जाएगा।
दूर-दूर से आने वाले पर्यटकों को उच्चाधिकारियों के निर्देश पर रोका गया है। उच्चाधिकारियों के निर्देश के अनुसार ही काम किया जाएगा।
ईश्वरी अधिकारी, इंस्पेक्टर, बेलहिया नेपाल