इंडिया गठबंधन ठगबंधन का मेल...बिहार की सियासी हलचल पर बोले ओम प्रकाश राजभर
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि बाबा साहेब डा. अंबेडकर ने कहा था की संविधान केवल एक दस्तावेज भर ही नहीं है अपितु यह जीवन का वाहन है और इसकी आत्मा हमेशा...
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि बाबा साहेब डा. अंबेडकर ने कहा था की संविधान केवल एक दस्तावेज भर ही नहीं है अपितु यह जीवन का वाहन है और इसकी आत्मा हमेशा युग की भावना है। अपने पार्टी कार्यालय में 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सुभासपा प्रमुख ने कहा कि आज का दिन हमें बाबा साहेब डा.भीमराव अंबेडकर के बनाए संविधान की याद दिलाता है जिनकी वजह से ही आज देश के दलित,पिछड़े, अल्पसंख्यक, कमजोर,कमेरा वर्ग के लोगों को सम्मान के साथ जीने का समान रुप से अधिकार मिला हैं।
श्री राजभर ने कहा कि गणतंत्र दिवस हमारे आधारभूत मूल्यों और सिद्धांतों को स्मरण करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। अपने योगदान से सार्वजनिक जीवन को समृद्ध बनाने के लिए उन्होंने जननायक कर्पूरी ठाकुर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को पुनः एक बार फिर से धन्यवाद देते हैं जिन्होंने जननायक कर्पूरी ठाकुर भारत रत्न देने का निर्णय लिया। इस दौरान सुभासपा प्रमुख ने बिहार की सियासी हलचल का जिक्र करते हुए कहा कि हमने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि ‘इंडिया’ गठबंधन ठगबंधन का मेल है. इसमें सभी पार्टियों अपने-अपने हित के लिए जुड़ी हैं ना कि सामाजिक हित के लिए। आने वाले कुछ ही दिनों में और भी तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी।
वहीं सुभासपा प्रमुख ने आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि इन पार्टियों को पता है कि वह दूसरे राज्यों में वहां की क्षेत्रीय पार्टियों को वोट नहीं दिलवा पाएंगी। इसलिए उन्होंने एनडीए के खिलाफ अकेले लड़ने का फैसला किया है। उदाहरण के तौर पर ममता बनर्जी जानती हैं कि वह अखिलेश यादव के लिए उत्तर प्रदेश में कुछ भी नहीं कर पाएंगी। इसलिए वह गठबंधन से अलग होकर ही चुनाव लड़ रही हैं।
आगामी लोकसभा चुनाव में हम सभी प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे और बड़ी जीत हासिल करेंगे। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एनडीए से एक बार फिर नजदीकियों को लेकर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि राजनीति में कुछ भी मुमकिन है और आने वाले समय में जो कुछ भी होगा सबके सामने रहेगा। एनडीए शीर्ष नेतृत्व जो भी फैसला लेगा वह स्वीकार होगा।