Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Increase ventilator ICU beds in level 2 and 3 covid hospitals in up

लेवल-2 और 3 के कोविड अस्पतालों में बढ़ें वेंटीलेंटर वाले आईसीयू बेड

एसजीपीजीआई लखनऊ के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने सलाह दी है कि कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु पर लगाम लगाने के लिए मेडिकल कॉलेज के लेवल-2 और लेवल-3 के कोविड अस्पतालों में वेंटीलेटरयुक्त आईसीयू बेड की...

Deep Pandey हिन्दुस्तान टीम, लखनऊSun, 9 Aug 2020 03:14 PM
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एसजीपीजीआई लखनऊ के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने सलाह दी है कि कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु पर लगाम लगाने के लिए मेडिकल कॉलेज के लेवल-2 और लेवल-3 के कोविड अस्पतालों में वेंटीलेटरयुक्त आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाई जाए। इसके साथ ही  कोरोना संक्रमण की दृष्टि से संवेदनशील जिलों में आईसीयू के विशेषज्ञों को प्रशिक्षित करने के लिए एसजीपीजीआई के कंट्रोल रूम में तैनात विशेषज्ञ चिकित्सकों की मदद ली जाए।

 प्रदेश के सुदूर और छोटे जिलों  कोरोना संक्रमण की बिगड़ती हालत से चिंतित सरकार के निर्देश पर मेडिकल कालेजों का निरीक्षण करने गई एसजीपीजीआई के विशेषज्ञों की टीम ने अपनी रिपोर्ट चिकित्सा शिक्षा विभाग को सौंप दी है। रिपोर्ट के आधार पर अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डा.रजनीश दुबे ने सभी मेडिकल कालेजों और चिकित्सा संस्थानों के प्रमुखों को आदेश जारी कर दिए हैं। 

होमआइसोलेशन मरीजों को अस्पतालों में तुरंत ट्रांसफर के लिए एम्बुलेंस हों 

अपर मुख्य सचिव के आठ सूत्रीय आदेश में यह कहा गया है कि होम आइसोलेशन मरीजों की हालत बिगड़ने पर एल-1, एल-2 और एल-3 कोविड अस्पतालों में स्थानान्तरित करने के लिए इंट्रीग्रेटेड एम्बुलेन्स सिस्टम और कमांड कंट्रोल सेंटर की मदद ली जाए। ताकि वहां से एम्बुलेन्स की व्यवस्था कर मरीज को तुरंत कोविड अस्पतालों में  लाया जाए। आदेश में यह भी कहा गया है कि मेडिकल कालेज अपने स्तर पर भी परिवहन व्यवस्था को मजबूत करें। 

मेडिकल कालेजों के अन्य डॉक्टरों भी कोविड अस्पतालों में तैनाती हो

यह अभी आदेश हैं कि मेडिकल कालेजों के कोविड अस्पतालों में तैनात न होने वाले डाक्टरों, नर्सिंग, पैरामेडिकल स्टाफ और सफाई कर्मियों को प्रशिक्षित कर उनकी कोविड अस्पतालों में बारी-बारी से ड्यूटी लगाए जाए। ताकि कोविड अस्पतालों में अब तक लगे डाक्टरों व अन्य स्टाफ को आराम करने का थोड़ा मौका मिल सके और उनका विकल्प तैयार हो सके। 

इसके साथ ही कोविड-19 के मरीजों को क्लीनिकल मैनेजमेंट के प्रोटाकॉल के तहत इलाज किया जाए। उन्हें रेमेडेसिविर, टॉक्लीजुमैब दवाई के अलावा   जरूरत के अनुसार प्लाज्मा थैरेपी दी जाए। एल-2 और एल-3 के कोविड अस्पतालों में विभिन्न प्रकार की जांचों समुचित व्यवस्था की जाए। 
 

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