यूपी में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में रालोद को गठबंधन में मिल सकती है एक सीट, दावेदारी 2 पर
यूपी में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में रालोद को गठबंधन में एक सीट मिल सकती है। लेकिन उसकी दावेदारी फिलहाल दो सीटों पर है।
केंद्र की एनडीए सरकार में मंत्री पद संभालने के बाद रालोद मुखिया जयंत चौधरी के लखनऊ दौरे से उपचुनाव में सीटों के बंटवारे का मामला फिर गरम हो गया है। प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में रालोद एक सीट की स्वाभाविक दावेदार है, लेकिन उसकी दावेदारी फिलहाल दो सीटों पर है। जयंत ने अपने लखनऊ दौरे पर एनडीए में अपनी पार्टी की भूमिका को लेकर बेहद सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की।
उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि इसमें सीट नहीं बल्कि गठबंधन महत्वपूर्ण है। यह चुनाव पार्टी गठबंधन धर्म के तहत लड़ेगी, जिसमें सभी 10 सीटों पर उसकी सक्रिय भागीदारी होगी। पार्टी का सीटों को लेकर कोई दबाव नहीं है। उन्होंने दावा भी किया कि एनडीए सभी 10 सीटें जीतेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अपनी मुलाकात के बाद वह खासे उत्साहित दिखे। उन्होंने मुख्यमंत्री के ‘विजन’ की जमकर सराहना की और उसके क्रियान्वयन में पूरा सहयोग करने का संकल्प जताया।
उपचुनाव में मीरापुर सीट रालोद के ही कोटे की है, क्योंकि यह उसके विधायक चंदन चौहान के सांसद चुने जाने से रिक्त हुई है। वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव रालोद ने सपा के साथ मिलकर लड़ा था। लोकसभा चुनाव में रालोद ने एनडीए के घटक के रूप में भाजपा के साथ गठबंधन किया, जिसमें उसके दो लोकसभा सदस्य चुने गए। अब पार्टी चाहती है कि पश्चिमी यूपी के उसके प्रभाव वाले जिलों में उसे खास अहमियत दी जाए। लोकसभा चुनाव से पहले ही भाजपा ने रालोद के विधायक अनिल कुमार को प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और उसके नेता योगेश चौधरी को एमएलसी बना दिया था। केंद्र में सरकार बनने पर जयंत चौधरी को मंत्री बनाया गया। रालोद के एनडीए में शामिल होने से पहले ही केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को मरणोपरांत ‘भारत रत्न’ देने की घोषणा कर दी थी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।