Notification Icon
Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़iit will become sathi for those preparing for jee main and neet cbse gets new responsibility

गुड न्‍यूज: जेईई मेन और नीट की तैयारी करने वालों का 'साथी' बनेगा आईआईटी, CBSE को मिली नई जिम्मेदारी

IIT Ka Sathi: जेईई और नीट समेत कक्षा 11 और 12 की परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए खुशखबरी है। आईआईटी का 'साथी' अब उनकी मदद करेगा। सीबीएसई को देशभर के स्कूलों को इसकी जानकारी देनी होगी।

Ajay Singh वरिष्‍ठ संवाददाता , कानपुरWed, 22 Nov 2023 08:33 AM
share Share

IIT Ka Sathi: आईआईटी का 'साथी' अब जेईई और नीट समेत कक्षा 11 और 12 के छात्रों की परीक्षा की तैयारी कराएगा। सीबीएसई को देशभर के स्कूलों को इसकी जानकारी देनी होगी और साथ में मॉनीटरिंग भी करनी होगी। शिक्षकों को बच्चों को ऐसा होमवर्क देना होगा जिससे इसके असेसमेंट का कार्य करने में वे रचि लें। स्कूल उन शिक्षकों से अलर्ट रहें जो कोचिंगों में पढ़ाते हैं। वे इसके प्रति उदासीन हो सकते हैं।

आईआईटी, कानपुर ने मंगलवार को इसके लिए ऑनलाइन समीक्षा बैठक की ताकि इसके बारे में छात्रों को जानकारी दी जा सके। इसमें मुख्य रूप से आईआईटी के कार्यवाहक निदेशक प्रोफेसर एस गणेश, उच्च शिक्षा मंत्रालय के सचिव के. संजय मूर्ति, संयुक्त सचिव उच्च शिक्षा मंत्रालय गोविंद जायसवाल, प्रिंसिपल इंवेस्टीगेटर, साथी प्रोजेक्ट प्रोफेसर अमय करकरे, सीबीएसई के निदेशक (परीक्षा) डॉ. बिश्वाजीत सिंह और केवी से डॉ. निधि समेत सभी बोर्डों और संस्थानों के अधिकारी शामिल हुए।

जेईई की तैयारी बेहतर ढंग से कर सकेंगे

बैठक के दौरान उच्चाधिकारियों ने इसका ऑनलाइन डिस्प्ले किया। बताया कि छात्रों को इसके लिए पंजीकरण कराना आसान है। इसमें विशेषज्ञों ने लेक्चर तैयार किए हैं। इसके अतिरिक्त प्रैक्टिस पेपर और असेसमेंट का तरीका भी बताया गया है। मात्र तीन माह में छात्र इसमें पारंगत हो सकते हैं। ऐसे छात्र जो कक्षा 11 व 12 में हैं, उन्हें परीक्षा के साथ जेईई की तैयारी का मौका मिल सकता है। साथी नीट की तैयारी भी कराएगा। इसे हिंदी, इंग्लिश, तेलगु, उड़िया आदि भाषाओं में लांच किया गया है।

कोचिंग बाज शिक्षकों से सतर्क रहें

सचिव ने सीबीएसई के निदेशक (परीक्षा) से कहा कि इस बात की भी स्कूलों में मॉनीटरिंग की जाती रहे कि कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षक इसके प्रति उदासीन न रहने पाएं। उन्होंने पूछा कि स्कूलों तक इसके बारे में जानकारी कैसे भेजी जाएगी ताकि स्कूलों में इसके प्रति ईको सिस्टम बना रहे। 

केवल लेक्चर नहीं बल्कि मॉक टेस्ट भी

सचिव ने कहा कि बच्चों को केवल इतना न बताया जाए कि इसमें लेक्चर हैं। बल्कि यह भी बताया जाए कि मॉक टेस्ट आदि भी इसमें शामिल हैं। यह भी स्पष्ट किया कि कई राज्य अपने स्तर पर टेस्ट कराते हैं। ऐसे में यह लेक्चर उनके लिए भी उपयोगी हो सकते हैं। केवल यह न कहा जाए कि यह जेईई के लिए ही उपयोगी है। नीट के लिए भी ऐसे ही कोर्स शामिल हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें