किसानों के आंदोलन होते रहेंगे तो लाभ मिलेगा, राकेश टिकैत ने सर्किल रेट नहीं बढ़ाने पर सरकार को घेरा
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने टप्पल क्षेत्र में महापंचायत में कहा कि देशभर में किसानों की अलग-अलग समस्याएं हैं। सरकार किसानों पर ध्यान नहीं दे रही है। सर्किल रेट नहीं बढ़ रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने टप्पल क्षेत्र में महापंचायत में कहा कि देशभर में किसानों की अलग-अलग समस्याएं हैं। यहां, भूमि अधिग्रहण का मामला है।.पूरे देश में सर्किल रेट सरकार नहीं बढ़ा रही है। सरकार भूमि अधिग्रहण करेगी, तो उसे चार गुना रेट देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वेतन और भत्ते तो बढ़ जाएंगे, लेकिन सरकार जमीन का सर्किल रेट नहीं बढ़ाएगी, यही समस्या है। वहीं, उन्होंने कहा कि, धान की खेती के लिए किसानों को पानी नहीं दिया जा रहा है, ताकि फसल न पैदा हो और किसान अपनी जमीन से नफरत पैदा करना शुरू करें। उन्होंने कहा कि अगर किसानों के लिए आंदोलन होते रहेंगे तो कुछ लाभ मिलता रहेगा, आंदोलन नहीं होंगे तो सरकार से कुछ नहीं मिलेगा। सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी सरकार है। जिसके कारण किसान खेती करने से बच रहे है।
महापंचायत में प्रमुख रूप से किसानो ने 64.7 प्रतिशत मुआवजा, किसानो की जमीन का सर्किल रेट बढ़ाने, किसानो के लिए बिजली रोस्टर के हिसाब से आपूर्ति करने, जो बंजर जमीने हैं उनके सभी मुकदमे हटाए जाने, उनकी जमीन किसानों को लौटाई जाने, किसानों के कब्जे वाली जमीन को बंजर दर्ज न करने। 10 प्रतिशत विकसित भूमि वापिसी आदि अन्य मांगो को रखा। ये मांगे प्रशासनिक अधिकारियों एसपी देहात, एडीएम प्रशासन, खैर क्षेत्राधिकारी, खैर उपजिलाधिकारी,
तहसीलदार, नायब तहसीलदार, यमुना एक्सप्रेस वे अथॉरिटी के ओएसडी, उपजिलाधिकारी नोएडा के सामने मंच से रखी गई। मंच पर प्रशासनिक अधिकारियों व भाकियू पदाधिकारियों के बीच वार्ता के बाद निर्णय हुआ कि 24 जुलाई को उक्त मांगो के संबंध में अलीगढ़ व दिनांक 26 जुलाई को गौतमबुद्धनगर में उच्चाधिकारियो के साथ बैठक होगी। गौतमबुद्धनगर की बैठक में राकेश टिकेत मौजूद रहेंगे। अगर बैठक में किसानो की मांगो को नहीं माना गया तो किसान व भाकियू पुनः आंदोलन अथवा महापंचायत के लिए बाध्य होगा।
टिकैत ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा यूपी सरकार के नेमप्लेट आदेश पर रोक लगाने का स्वागत किया है। कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ठीक फैसला दिया है, सरकार से जवाब मांगा है। यह जातिगत जहर घोल रहे हैं। इस पर केंद्र सरकार जवाब दें। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के नाम पर हिंदू-मुस्लिम कर वोट का लाभ लेना चाहते हैं।
कई जिलों के किसान हुए शामिल
महापंचायत की अध्यक्षता राजवीर सिंह व संचालन सुन्दर सिंह बाल्यान ने किया। इसके साथ अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, हाथरस, आगरा आदि अन्य जिलों के भाकियू पदाधिकारी व कार्यकर्ताओ ने भाग लिया। भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत महापंचायत में करीब एक बजे पहुंचे। इस दौरान रागिनी का आयोजन किया गया। महापंचायत के दौरान कमांडो ओपी सिंह मंडल अध्यक्ष, सुंदर सिंह बाल्यान जिलाध्यक्ष अलीगढ़, ओमपाल तालान, रामपाल शर्मा, धर्मवीर सिंह जिलाध्यक्ष मथुरा, सुभाष चौधरी, विमल तोमर प्रदेश उपाध्यक्ष आदि अन्य भाकियू पदाधिकारियों ने कार्यक्रम को संबोधित किया।
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