ICSE exam result: आईसीएसई टॉपर अनिका माता-पिता की तरह बनना चाहती हैं डॉक्टर, बोलीं, ऑनलाइन पढ़ाई अच्छा विकल्प पर ऑफलाइन जरूरी
आईसीएसई (10वीं) के परिणाम में देश में शीर्ष स्थान पाने वाली शीलिंग हाउस स्कूल की छात्रा अनिका गुप्ता का कहना है कि दो टर्म की परीक्षाएं कराना बोर्ड का सही फैसला था। इससे सिलेबस कम हो गया।
आईसीएसई (10वीं) में देशभर में टॉप करने वाली शीलिंग हाउस स्कूल की अनिका गुप्ता अपने बाबा और माता-पिता के आदर्शों पर चलते हुए डॉक्टर बनना चाहती हैं। वह 12वीं के साथ नीट की तैयारियों में भी जुटी हैं। अनिका ने 500 में 499 अंक प्राप्त किए हैं। उनके मुताबिक यह सफलता रोज 5 से 6 घंटे की पढ़ाई के चलते मिली है। परीक्षा से पहले 12 से 14 घंटे की पढ़ाई करती रही। अनिका का कहना है कि टॉप करने की उम्मीद थी लेकिन देश में टॉप करूंगी, यह नहीं सोचा था। उन्होंने दो टर्म की परीक्षा प्रणाली को बेहतर बताया। अनिका के पहले टर्म में 100 फीसदी अंक थे। टॉपर ने ऑनलाइन पढ़ाई को अच्छा विकल्प बताया पर ऑफलाइन पढ़ाई को जरूरी बताया।
कानपुर के सिविल लाइंस स्थित आनंद ऐश्वर्य अपार्टमेंट में रहने वाली अनिका के पिता डॉ. सौरभ गुप्ता ईएनटी विशेषज्ञ और मां डॉ. वंदना अग्रवाल पैथोलॉजिस्ट हैं। बाबा डॉ. केसी गुप्ता और दादी सरोज हैं। अनिका की छोटी बहन रिषिका भी शीलिंग हाउस में कक्षा पांच की छात्रा है। अनिका ने कहा कि हार्डवर्क के साथ शिक्षकों के बताए निर्देशों को समझते हुए सफलता मिली है। विज्ञान के लिए कोचिंग भी की थी। अंग्रेजी में 99 के अलावा सभी विषयों में पूरे 100 अंक मिले हैं। अनिका का कहना है कि पढ़ाई के समय अपनी गलतियों को पकड़ें और सुधारें। स्कूल कभी बंक नहीं करना चाहिए। वह डॉक्टर बनकर जरूरतमंदों की सेवा करना चाहती हैं। पेंटिंग करना और किताबें पढ़ना अच्छा लगता है। उनका कहना है कि दो टर्म में परीक्षा होने से कोर्स आधा हो गया और तैयारी करना आसान रहा।