हिन्दुस्तान मिशन शक्तिः कानपुर देहात में दहेज के खिलाफ आवाज उठाने वाली ज्योती महिलाओं की ताकत बनीं
मंगलपुर के मनकापुर गांव की रहने वाली ज्योति पाठक दहेज और महिलाओं के उत्पीड़न पर आवाज बुलंद कर रही हैं। उन्होंने खुद अपना विवाह दहेज रहित कर दूसरों के लिए प्रेरणा बनीं। ग्रमीण इलाके में बालिकाओं के...
मंगलपुर के मनकापुर गांव की रहने वाली ज्योति पाठक दहेज और महिलाओं के उत्पीड़न पर आवाज बुलंद कर रही हैं। उन्होंने खुद अपना विवाह दहेज रहित कर दूसरों के लिए प्रेरणा बनीं। ग्रमीण इलाके में बालिकाओं के प्रति भेदभाव देखकर उन्होंने बालिकाओं की शिक्षा के प्रति सबसे अधिक ध्यान देना शुरू किया। उन्होंने मनकापुर में बालिकाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग शुरू की। शादी के बाद पति का साथ मिला तो ससुराल में भी उन्होंने बालिकाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग खोल दी। यहां पढ़ाने के लिए कुछ अन्य लड़कियों को रखा और उनको पारश्रमिक अपने पास से दिया।
छात्राओं के लिए घर में बनवाया शौचालय
वह हर पीड़ति महिला को न्याय दिलाने में उसके साथ खड़ी दिखती हैं। महिलाओं को आत्मसम्मान के साथ जीवन जीने की प्रेरणा देने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है। इंटर कालेज और डिग्री कॉलेज आने वाली छात्राओं को रास्ते में कोई शौचालय न होने के कारण शर्मसार होता देख उन्होंने अपने घर में बालिकाओं व महिलाओं के लिए निशुल्क शौचालय बनवा दिया।कई बार वह खुद शौचालय की सफाई करती हैं। इस सबके साथ उन्होंने अपनी शिक्षा भी जारी रखी। बीते दिनों प्रदेश में हुई शिक्षक भर्ती में वह बतौर शिक्षिका अब चयनित हो गईं हैं, लेकिन महिलाओं और बालिकाओं के प्रति उनका नजरिया अभी सेवा का ही है।
मजबूत बालिकाओं की टीम बनाने की तैयारी
ज्योति पाठक बालिकाओं की शिक्षा के साथ उन्हें मानसिक रूप से भी मजबूत बनाना चाहतीं हैं। अपनी निःशुल्क कोचिंग में आने वाली किशोरियों को वह किसी भी परिस्थिति में न डरने और मन से मजबूत होने वाले की कभी हार न होने का मंत्र देतीं हैं। वह बालिकाओं को गुड टच व बैड टच की जानकारी देकर उन्हें सतर्क रहने के ज्ञान के साथ गलत बात पर चुप न रहने को प्रेरित करतीं हैं। उनका मानना है कि मजबूत बालिका हर चुनौती का सामना कर सकती है।