हरियाणा-उत्तराखंड के बाद यूपी में बर्ड फ्लू को लेकर हाई अलर्ट, विभाग ने जारी की एडवाइजरी
पड़ोसी राज्य उत्तराखण्ड व हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के केस मिलने के बाद यूपी में राज्य सरकार ने मंगलवार को हाई अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही एक एडवाइजरी जारी कर सभी से सतर्क रहने...
पड़ोसी राज्य उत्तराखण्ड व हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के केस मिलने के बाद यूपी में राज्य सरकार ने मंगलवार को हाई अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही एक एडवाइजरी जारी कर सभी से सतर्क रहने की अपील की है। हालांकि विभाग ने दावा किया है कि प्रदेश में बर्ड फ्लू के कहीं कोई केस अभी नहीं सामने आया है। पशुपालन निदेशक (रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र) डा. रामपाल सिंह की ओर जारी अलर्ट में पशुपालन विभाग के सभी मण्डलीय अपर निदेशक, सभी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, सभी सभी मुर्गी फार्म के अधीक्षक एवं मण्डलीय प्रयोगशालाओं के अधीक्षक को निर्देश दिए गए हैं कि वे केन्द्र सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में चार जनवरी को जारी दिशा निर्देशों का पालन करें।
आदेश में कहा गया है कि कुछ राज्यों में बत्तखों में एच-5 एवं एच-5 एन-8 एवियन इन्फ्लूएन्जा वायरस की पुष्टि हुई है। लिहाजा सभी अधिकारी अपने कार्यक्षेत्र में स्थित बत्तख एवं मुर्गी फार्मों में बायोनिक्युरिटी का कड़ाई से अनुपालन कराएं। विभाग ने स्थिति पर नजर रखने के लिए पशुपालन निदेशालय में कन्ट्रोल रूम स्थापित किया है, जिसका फोन नम्बर- 0522-2741992, 2741991 है।
आदेश में कहा गया है कि सभी अधिकारी बत्तख एवं पोलट्री फार्म की सूची तैयार कर उनमें रहने वाले पक्षियों की संख्या का विवरण तथा जिले में पक्षियों की आपूर्ति का स्थान व जिला मुख्यालय से उसकी दूरी दर्शाते हुए पूरी रिपोर्ट तैयार करें जिससे आपात स्थिति में तत्काल कार्यवाही की जा सके। जिले स्तर पर टास्क फोर्स के सदस्यों से समन्वय बनाकर उसे किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सतर्क कर दिया जाए।
बत्तख, मुर्गी, एवं प्रवासी पक्षियों की गहनता एवं गम्भीरता से सर्विलांस की जाए। इसके लिए बैकयार्ड, पोल्ट्री, पोल्ट्री फार्म, पोल्ट्री दुकान, बाजार, प्रवासी पक्षियों के मार्ग, वन्यजीव अभ्यारण्य, पक्षी अभ्यारण्य, नेशनल पार्क, जलाशयों व अन्तराष्ट्रीय सीमा से लगे क्षेत्रों का लगातार सर्विलांस किया जाए।
वायरोलॉजिकल सर्विलांस के लिए पक्षियों से क्लोएकल स्वैब तथा ओरो फ्रिन्जेल स्वैब बेहतर पैकिंग में बरेली के इज्जतनगर स्थिति अंतराष्ट्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान के कार्डराड प्रयोगशाला को नियमित रूप से भेजे जाएं। सीरोजॉजिकल सर्विलांस के लिए पक्षियों के सीरम सैम्पल भी कार्डराड प्रयोगशाला को भेजी जाए। कोई भी प्रकरण सामने आने पर मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी द्वारा तत्काल इसकी सूचना पशुपालन निदेशक (रोग नियंत्रण) के अलावा प्रमुख सचिव पशुधन, स्थानीय जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा राजस्व विभाग को सूचित करना होगा।
विभाग की एडवाइजरी
पशुपालन विभाग ने आम लोगों के नाम जारी एडवाइजरी में कहा है कि यह वायरस से फैलने वाली बीमारी है जो पक्षियों से मनुष्यों में भी फैल सकती है। वायरस की संरचना के अनुसार इसे ए, बी, सी श्रेणी में बांटा गया है। बर्ड फ्लू मुख्य रूप सेी पक्षियों के साथ-साथ सूकर, घोड़े व बन्दरों को प्रभावित करता है। इस वायरस से 144 तरह के सबटाइप होते हैं। यह वायरस 70 डिग्री तापमान पर नष्ट हो जाता है। अत: इसे अच्छी प्रकार से पकाकर खाने में कोई हानि नहीं है।