इस बार खास होगा हैप्पी न्यू ईयर, साल के पहले दिन ग्रह नक्षत्र बना रहे ऐसा संयोग
नया साल शुरू होने में अब केवल नौ दिन बचे हैं। सभी अपने तरीके से न्यू ईयर सेलिब्रेशन प्लान करने में जुटे हैं। नए साल के पहले दिन ही खास संयोग बन रहा है। कई राशियों के लिए ऊर्जावान होगा साल।
नया साल शुरू होने में अब केवल नौ दिन बचे हैं। सभी अपने तरीके से न्यू ईयर सेलिब्रेशन प्लान करने में जुटे हैं। नए साल के पहले दिन ही खास संयोग बन रहा है। इस दिन तारीख होगी-1, नक्षत्रों के क्रम में पहला नक्षत्र होगा-अश्विनी, राशियों के क्रम में पहली राशि होगी मेष, क्रम में पहला वार पड़ेगा रविवार। ग्रह-नक्षत्रों की ऐसी स्थिति लोगों को ऊर्जावान बनाने का काम करेगी।
ज्योतिषाचार्य पं. अमित गौतम के मुताबिक, नए साल 2023 का शुभारंभ सर्वार्थ सिद्धि योग, शिव योग और अश्विनी नक्षत्र के साथ होने जा रही है। इस दिन मकर राशि में शनि, बुध और शुक्र की युति से त्रिग्रही योग रहेगा। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बनेगा। हिंदू पंचांग के मुताबिक, नए साल में 162 सर्वार्थ सिद्धि योग होंगे। 143 रवि योग और 33 अमृत सिद्धि योग का भी संयोग रहेगा।
नए साल में सबसे ज्यादा सर्वार्थ सिद्धि योग जनवरी में 16 बार बनेगा। मार्च, अप्रैल, जुलाई और दिसंबर में 14-14 बार यह योग रहेगा। अमृत सिद्धि योग अप्रैल में 6 बार बनेगा। खरीदारी के लिए शुभ माना जाने वाला पुष्य योग (नक्षत्र) भी वर्ष 2023 में 14 बार बनेगा। मार्च और दिसंबर में दो बार पुष्य का संयोग रहेगा।
आपके जीवन पर असर
ज्योतिषाचार्य डा. अरविंद मिश्र के मुताबिक, वर्ष के पहले दिन रविवार होने की वजह से लोगों के जीवन में खुशहाली, संपन्नता और उन्नति आएगी। गणना के मुताबिक 1 जनवरी 2023 को शनि देव और देव गुरु बृहस्पति अपनी-अपनी राशि में रहने वाले हैं। शनि देव जहां मकर राशि में विराजमान होंगे, वहीं बृहस्पति मीन राशि में बैठे होंगे। इसके चलते लोगों के अटके काम भी अगले साल पूरे होने के योग बन रहे हैं।
3 ग्रहण भी, पर भारत में एकमात्र दृश्य
ज्योतिषाचार्य डा. मिश्र बताते हैं कि 2023 में तीन ग्रहण रहेंगे। 20 अप्रैल को खग्रास सूर्यग्रहण। 14 अक्टूबर को कंकण सूर्य ग्रहण तथा 28-29 के दौरान खग्रास चंद्रग्रहण होगा। दोनों ही सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं देंगे। भारत में 28/29 अक्टूबर को खण्डग्रास चंद्रग्रहण दिखाई देगा।
शनि ग्रह - 17 जनवरी से पूरे वर्ष शनि कुंभ राशि में रहेंगे। कर्क, वृश्चिक राशि को ढैय्या और मकर, कुंभ तथा मीन राशि की साढ़ेसाती। गुरु- 21 अप्रैल तक मीन राशि में रहेंगे। इसके बाद पूरे वर्ष मेष राशि में रहेंगे। हरि शयन - 29 जून से 23 नवंबर तक।